जयपुर। राजस्थान में भारी बारिश से कई जिलों में बाढ़ के हालात हैं। मौसम केंद्र जयपुर ने गुरुवार को भी कई जगह भारी बारिश होने की संभावना जताइ है। केंद्र ने 6 जिलों के लिए ऑरेंज और 12 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। भारी बरसात की चेतावनी के चलते 13 जिलों के स्कूलों आज छुट्टी है। वहीं, बुधवार को जयपुर, कोटा, सवाई माधोपुर, टोंक, सीकर, दौसा, भरतपुर, अलवर जिलों के कई इलाकों में 2 से 6 इंच तक बरसात हुई। सवाई माधोपुर में NH-552 पर स्थित औगाड़ पुलिया तेज बारिश के चलते बह गई। इससे सवाई माधोपुर-श्योपुर (MP) मार्ग बंद हो गया है। जयपुर में मुख्य सचिव (CS) सुधांश पंत, DGP राजीव शर्मा सहित कई अधिकारियों के सरकारी आवास के सामने भी पानी भर गया।
पार्वती नदी उफान पर
कोटा के इटावा में पार्वती नदी में तेज उफान के चलते राजस्थान और मध्य प्रदेश के बीच संपर्क पूरी तरह कट गया। इटावा-खातोली मार्ग पर स्थित नवनिर्मित पुल के ऊपर एक फीट तक पानी बह रहा है। इससे स्टेट हाईवे-70 (कोटा-ग्वालियर-श्योपुर मार्ग) पर आवागमन पूरी तरह रोक दिया गया। एशिया का सबसे बड़ा कच्चा मोरेल बांध ओवरफ्लो दौसा के लालसोट में बना एशिया के सबसे बड़ा कच्चा मोरेल बांध ओवरफ्लो हो गया है। डेढ़ फीट तक पानी बह रहा है। साल 2024 में भी मोरेल बांध पूरी तरह भर गया था। लगातार दूसरे साल बांध ओवरफ्लो हुआ है। भीलवाड़ा में मंगला चौक क्षेत्र में आज एक पेड़ अचानक गिर गया। पेड़ के नीचे खड़ी कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई।
जयपुर के शाहपुरा में 6 इंच बारिश
पिछले 24 घंटे के दौरान सबसे ज्यादा बरसात जयपुर के शाहपुरा एरिया में 155MM (6 इंच) हुई। कोटपूतली में 112, पावटा में 82, जमवारामगढ़ में 73, माधोराजपुरा में 63, जयपुर कलेक्ट्रेट पर 59, जेएलएन मार्ग पर 52, विराटनगर में 72 और चौमूं में 50MM पानी बरसा। मौसम केंद्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया- बंगाल की खाड़ी से आया डिप्रेशन सिस्टम जो कमजोर होकर लो-प्रेशर सिस्टम बन गया था, उसका असर 2 अगस्त से खत्म होने लगेगा। मानसून की ट्रफ लाइन अभी बीकानेर, सीकर से होकर गुजर रही है। इस कारण शुक्रवार को भी राज्य के कुछ जिलों में भारी बारिश का अनुमान है।
तेज बारिश से घरों में भरा 2 से 3 फीट पानी
वनस्थली ग्राम पंचायत के ग्राम विकास अधिकारी चिरंजी लाल सैनी ने बताया- सुबह तेज बारिश होने से करीब 10 बजे वनस्थली गांव में कुम्हारों की नाडी (छोटा एनीकट) और वनस्थली विद्यापीठ कैंपस की करीब 100 फीट लंबाई की दीवार टूट गई। इससे वनस्थली के मुख्य बाजार में 3 बजे तक पानी बहता रहा। इस दौरान मुख्य रोड के आसपास के करीब घरों में 3 से 4 फीट पानी भर गया। जिन लोगों के 2 मंजिला मकान था, वे लोग ऊपर की मंजिल में चले गए। जिनके सिंगल मंजिल मकान है, वे भी पड़ोसियों के यहां शिफ्ट हो गए। फिर भी पंचायत प्रशासन ने टोंक से SDRF की टीम बुलाई और 6-7 मकानों के करीब 20 लोगों को बाहर निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। दोपहर करीब 3 बजे बाद पानी उतरने के बाद सभी लोग घर लौट आए। कोई जनहानि नहीं हुई।



