प्रवासी राजस्थानी दिवस-2025 का भव्य उद्घाटन- प्रवासी राजस्थानियों का वैश्विक महाकुंभ बना जयपुर

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जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के दूरदर्शी नेतृत्व में जयपुर के जेईसीसी सभागार में प्रदेश के पहले प्रवासी राजस्थानी दिवस-2025 के ऐतिहासिक समारोह का बुधवार को भव्य उद्घाटन हुआ। इस अवसर पर राज्यपाल हरिभाऊ बागडे, पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, केंद्रीय उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल, केन्द्रीय वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव, केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल, केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री भागीरथ चौधरी, वेदांता ग्रुप के चेयरमैन अनिल अग्रवाल और टाटा पावर के सीईओ और एमडी प्रवीर सिन्हा सहित कई नामी उद्योगपति, देश-विदेश से आए प्रवासी राजस्थानी एवं गणमान्यजन उपस्थित रहे। इस अवसर पर राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने प्रवासी राजस्थानियों का आह्वान किया कि वे मातृभूमि का कर्ज चुकाने यहां अधिक से अधिक निवेश करें। उन्होंने कहा कि प्रवासी राजस्थानियों ने राजस्थान के सामाजिक-आर्थिक ढांचे को मजबूत करने में सदा मदद की है। प्रवासी राजस्थानी सम्मेलन राजस्थान के प्रवासियों के आर्थिक योगदान को राष्ट्रीय विकास से जोड़ने का बहुत बड़ा माध्यम हैं। उन्होंने राजस्थान को भक्ति और शक्ति के साथ लक्ष्मीपुत्रों की धरती बताया। उन्होंने महाकवि कन्हैयालाल सेठियाजी की पंक्तियां ‘धरती धोरा री’ सुनाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा प्रवासी राजस्थानियों को राजस्थान में स्थाई वास कराने की भी पहल करें। उन्होंने मुख्यमंत्री के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि उनकी पहल से एक साथ इतने प्रवासी राजस्थानियों का यह भव्य सम्मेलन भविष्य के लिए बहुत बड़ी निवेश संभावनाएं लिए है। राज्यपाल बागडे ने कहा कि प्रवासी राजस्थानी प्रदेश में आएं, यहां उन्हें मानव शक्ति और ज़मीन आदि सभी सुविधाएं समयबद्ध प्रदान की जाएंगी। उन्होंने कहा कि राजस्थान अब सूखा क्षेत्र नहीं है। यह हरा भरा क्षेत्र है। उन्होंने वाल्मीकि रामायण का प्रसंग सुनाते हुए कहा कि जब भगवान राम ने लंका विजय की तो सोने की लंका की लक्ष्मण ने प्रशंसा की। इस पर राम ने कहा कि सोने की लंका मुझे नहीं सुहाती। राम ने कहा ‘जननी जन्म भूमि स्वर्गादपि गरीयसी’। जननी और जन्म भूमि स्वर्ग से भी महान होती है। उन्होंने मातृभूमि राजस्थान के विकास के लिए प्रवासियों को यहां हर क्षेत्र में सहयोग करने, उद्यमिता से युवाओं को रोजगार देने के प्रयासों में भागीदारी निभाने का आह्वान किया। उन्होंने राजस्थान की अपनत्व भरी ‘पधारो म्हारे देश’ की संस्कृति की चर्चा करते हुए कहा कि प्रदेश तेजी से विकास की ओर आगे बढ़ रहा है। प्रवासी यहां पधारें। उनका स्वागत और अभिनंदन है।

राजस्थान की युवा शक्ति सबसे बड़ी ताकत – गोयल
केंद्रीय उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने राजस्थान को परंपरा, आधुनिकता, विकास और विरासत के अद्भुत संतुलन वाला राज्य बताते हुए कहा कि प्रदेश के पास डेमोग्राफिक डिविडेंड, डिपेण्डेबिलिटी, डिसाइसिवनेस, डिवोशन, डिमाण्ड और डाइवर्सिटी की अद्भुत क्षमता है। उन्होंने कहा कि राजस्थान की सबसे बड़ी ताकत इसकी डेमोग्राफिक डिविडेंड यानी विशाल युवा शक्ति है, जिनके दम पर राज्य तेजी से प्रगति की ओर बढ़ रहा है।

मुख्यमंत्री ने 2 वर्ष के कार्यकाल में सबको जोड़ने का किया कार्य
गोयल ने प्रदेश के नेतृत्व की निर्णय क्षमता, विश्वसनीयता और वादों को निभाने की परंपरा को राज्य की विशेष पहचान बताते हुए कहा कि राजस्थान पर भरोसा इसलिए किया जाता है क्योंकि यहां हर वादा निभाया जाता है, यही डिपेंडेबिलिटी राज्य को अनूठा बनाती है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अपने 2 वर्ष के कार्यकाल में सबको जोड़ने का काम किया है। उन्होंने प्रदेश में उद्योग और निवेश के लिए राइजिंग राजस्थान की पहल की और प्रवासी राजस्थानी दिवस इसमें दूसरा महत्वपूर्ण पड़ाव है। उन्होंने कहा कि दुनिया भर में एक करोड़ से अधिक प्रवासी राजस्थानी बसते हैं, जिन्होंने अपनी कर्मभूमि और जन्मभूमि दोनों से गहरा जुड़ाव बनाए रखा है। प्रवासी राजस्थानियों ने न केवल सामाजिक कार्यों में बल्कि देशभक्ति और राष्ट्र निर्माण में भी पूरी निष्ठा से महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वे दुनिया के हर हिस्से में राजस्थान की प्रतिष्ठा बढ़ा रहे हैं और अपनी मेहनत, संघर्ष और सफलता से राजस्थान की असली पहचान स्थापित कर रहे हैं। केंद्रीय उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री ने कहा कि राजस्थान में 35 लाख करोड़ रुपये से अधिक के एमओयू हस्ताक्षरित हुए हैं, जिनमें से एक बड़ा हिस्सा कम समय में धरातल पर उतर चुका है। वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट के माध्यम से राजस्थान की हस्तकला और स्थानीय उत्पादों को वैश्विक स्तर पर पहचान दी जा रही है। उन्होंने कहा कि औद्योगिक विकास, ऊर्जा, पर्यटन और सामाजिक क्षेत्र में राजस्थान तेजी से उभर रहा है और यह प्रवासी व स्थानीय उद्योगों के सामूहिक प्रयासों का परिणाम है।

राजस्थान में देश का नंबर एक राज्य बनने की क्षमता
गोयल ने कहा कि भारत आज 4 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था है और 2047 तक दुनिया की अग्रणी आर्थिक शक्ति बनने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने ‘विकसित भारत 2047’ में राजस्थान की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर देते हुए कहा कि इस संकल्प को पूरा करने में हर राजस्थानी का योगदान आवश्यक है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार राजस्थान के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है, चाहे वह औद्योगिक विकास हो, पर्यटन हो, ऊर्जा क्षेत्र हो या सामाजिक उत्थान। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि प्रवासी राजस्थानियों के सामूहिक योगदान और राज्य सरकार के प्रयासों को देखते हुए दुनिया की कोई ताकत राजस्थान को देश का नंबर एक राज्य बनने से रोक नहीं सकती।

एनआरआर ने देश-दुनिया में राजस्थान का गौरव बढ़ाया – मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने विश्वभर से आए प्रवासी राजस्थानियों का हार्दिक स्वागत करते हुए कहा कि यह आयोजन केवल एक समारोह नहीं, बल्कि राजस्थान की संस्कृति, परंपरा और वैश्विक पहचान का मिलन है। उन्होंने कहा कि दुनिया में कहीं भी रहने वाले प्रवासी राजस्थानी आज भी अपनी मिट्टी से जुड़े हैं और उन्होंने देश-दुनिया में राजस्थान का गौरव बढ़ाया है। प्रवासी राजस्थानियों के योगदान और उनके सम्मान के उत्सव के रूप में हमने हर वर्ष 10 दिसंबर को प्रवासी राजस्थानी दिवस मनाने की घोषणा की थी। इस वादे को पूरा करते हुए आज पहली बार प्रवासी राजस्थानी दिवस का भव्य आयोजन किया गया है।

राजस्थान फाउंडेशन के 14 नए चैप्टर होंगे स्थापित
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रदेश और प्रवासी समुदाय के जुड़ाव को मजबूत करने के उद्देश्य से राजस्थान फाउंडेशन के 14 नए चैप्टर स्थापित करने की घोषणा की। इनमें से 9 विदेशों और 5 देश के विभिन्न राज्यों में स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने अगले वर्ष फिर से राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट के आयोजन की घोषणा भी की। उन्होंने प्रवासी समुदाय से आग्रह किया कि वे राजस्थान आएं और खुशहाल एवं आधुनिक राजस्थान के निर्माण में सहभागी बनें।

प्रवासी राजस्थानियों के हितों के लिए नए विभाग का गठन
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रवासी राजस्थानियों के हितों के लिए राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय प्रवासी राजस्थानी मामले विभाग का गठन किया गया है। यह विभाग संवाद, सहयोग, निवेश तथा सांस्कृतिक जुड़ाव को बढ़ाने के लिए एक प्रभावी मंच के रूप में कार्य करेगा। इसी क्रम में ‘प्रवासी राजस्थानी नीति’ आज जारी की गई है, जो विश्वभर में बसे राजस्थानियों को पहचान, सुविधा और निवेश के लिए रोडमैप प्रदान करेगी। शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत-2047 के संकल्प में राजस्थान की महत्वपूर्ण भूमिका है। हमने गत वर्ष राइजिंग राजस्थान समिट के दौरान 35 लाख करोड़ रुपये के समझौते किए थे। आज एक लाख करोड़ रूपये के एमओयू की ग्राउंड ब्रेकिंग के साथ 8 लाख करोड़ रुपये के एमओयू धरातल पर उतर चुके हैं। उन्होंने कहा कि हमारा प्रदेश 24 से अधिक नई नीतियों के साथ निवेश के लिए देश के सबसे पसंदीदा राज्य के रूप में उभरा है। प्रदेश में 23 हजार करोड़ रुपये के नए ट्रांसमिशन नेटवर्क, सौर ऊर्जा में 22,860 मेगावाट क्षमता तथा माही-बांसवाड़ा परमाणु ऊर्जा परियोजना जैसे बड़े कदम प्रदेश को तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। मुख्यमंत्री ने राज्य की विकास यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि पिछले दो वर्षों में 36 हजार किमी से अधिक सड़कों का निर्माण कार्य हुआ है। जयपुर मेट्रो का नया चरण, कोटा में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट और हवाई अड्डों का विस्तार तेजी से प्रगति पर है। राजस्थान के कई शहरों में कंटेनर डिपो शुरू किए गए हैं तथा लॉजिस्टिक्स सेक्टर में आधुनिक सुविधाएं विकसित की जा रही हैं।

उद्योगों को भी मिलेगी निर्बाध बिजली
उन्होंने कहा कि किसानों को सम्मान निधि, ब्याज-मुक्त ऋण, बोनस पर गेहूँ खरीद, पशु बीमा जैसी योजनाओं का व्यापक लाभ मिला है। ऊर्जा उत्पादन क्षमता में 6,363 मेगावाट की वृद्धि हुई है तथा 22 जिलों में किसानों को दिन में बिजली उपलब्ध कराना संभव हुआ है। राज्य सरकार उद्योग-धंधों को भी निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना से 10 लाख महिलाएं लाभान्वित हुई हैं। 20 लाख महिलाओं को कौशल प्रशिक्षण मिला है तथा 12 लाख से अधिक महिलाएं लखपति दीदी बनी हैं। शर्मा ने कहा कि पिछले दो वर्षों में 90 हजार से अधिक सरकारी नौकरियां प्रदान की गई हैं और 20 हजार नई नौकरियां शीघ्र दी जाएंगी। वहीं, 1 लाख 53 हजार पदों पर भर्ती प्रक्रियाधीन है। जिसके पूरा होते हुए युवाओं को रोजगार के और अधिक अवसर उपलब्ध होंगे। मुख्यमंत्री ने राज्य में सुशासन, निवेश-आधारित विकास, उद्योगों को प्रोत्साहन और वैश्विक साझेदारियों को मजबूत करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता भी दोहराई।

प्रदेश के विकास में प्रवासी राजस्थानियों का ऐतिहासिक योगदान – कटारिया
पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि राजस्थान के विकास में प्रवासी राजस्थानियों का योगदान ऐतिहासिक और अनुकरणीय रहा है। उन्होंने बताया कि अतीत में जब प्रदेश अकाल और संकट से गुजरता था, तब प्रवासी राजस्थानियों ने आगे बढ़कर सहायता की और पशुधन को बचाने तथा शिक्षा के केंद्र स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने भविष्य में भी सभी प्रवासियों से राजस्थान के निरंतर विकास में सहयोग देने की अपील की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में केंद्र सरकार के मंत्रियों का सकारात्मक दृष्टिकोण राजस्थान की औद्योगिक प्रगति को नई गति दे रहा है। उन्होंने कहा कि पचपदरा रिफाइनरी सहित अन्य अनेक आधारभूत परियोजनाओं पर तेजी से कार्य किया जा रहा है। बेहतर सड़क, एयरपोर्ट कनेक्टिविटी, बिजली और पानी की उपलब्धता के कारण राजस्थान निवेश के लिए एक प्रमुख गंतव्य के रूप में उभर रहा है। उन्होंने कहा कि एक तरफ बांसवाड़ा न्यूक्लियर ऊर्जा के केंद्र के रूप में उभरने जा रहा है, दूसरी तरफ उदयपुर सहित पूरे प्रदेश में किए जा रहे जल उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए बेहतरीन काम किए जा रहे हैं। इस तरह राजस्थान आज विकास के नए दौर में प्रवेश कर चुका है।

राजस्थान में निवेश और उद्योग स्थापना के लिए सही समय – कर्नल राठौड़
उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने कहा कि राज्य सरकार प्रधानमंत्री के ‘रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म’ के मंत्र पर पूरी निष्ठा से कार्य कर रही है। सरकार का लक्ष्य राज्य की आर्थिक मजबूती, व्यापार में सुगमता और निवेश को बढ़ावा देना है। पिछले 24 महीनों में राजस्थान ने औद्योगिक क्षेत्रों के विकास, कनेक्टिविटी सुधारने और सिंगल विंडो क्लीयरेंस प्रणाली को और सशक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने कई नीतिगत सुधार किए हैं, जिनमें प्राइवेट इंडस्ट्रियल पार्क नीति, 2 हजार औद्योगिक भूखंडों के आवंटन और बड़ी संख्या में उद्योगों को पर्यावरण स्वीकृति से मुक्त करने जैसे निर्णय शामिल हैं। उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री ने कहा कि राजस्थान ‘ग्लोबल इंडिया-लोकल रूट’ के संकल्प को आगे बढ़ाते हुए वैश्विक आर्थिक शक्ति बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। यहां उत्तर भारत का बड़ा बाजार, पर्याप्त भूमि उपलब्धता और मजबूत नीतिगत इच्छा शक्ति मौजूद है, जिससे निवेश के लिए अनुकूल वातावरण तैयार हुआ है। उन्होंने प्रवासी राजस्थानियों का आह्वान करते हुए कहा कि राजस्थान में निवेश और उद्योग स्थापना का ‘यही समय, सही समय’ है।

देश का सबसे बड़ा फर्टिलाइजर प्लांट लगा कर राजस्थान को बनाएंगे पीले से हरा – अनिल अग्रवाल
वेदांता ग्रुप के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने कहा कि आज राजस्थान विकास की उस गति से आगे बढ़ रहा है कि जयपुर और दिल्ली के बीच अब कोई अंतर शेष नहीं रहा। उन्होंने धरती के नीचे छिपी राजस्थान की अनंत संपदाओं का विशेष उल्लेख करते हुए कहा कि हिंदुस्तान जिंक और केयर्न एनर्जी जैसे उद्योगों ने न केवल चांदी, तेल, गैस और खनिज संपदा की अपार क्षमता को उजागर किया है, बल्कि लाखों लोगों को रोजगार भी दिया है। उन्होंने कहा कि राजस्थान की धरती के नीचे छिपा खनिज भंडार पूरे देश को ऊर्जा, धातु और प्राकृतिक संसाधनों के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की क्षमता रखता है। अग्रवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राजस्थान में सिंगल विंडो क्लीयरेंस और सेल्फ-सर्टिफिकेशन जैसी व्यवस्थाओं ने उद्योग स्थापित करना बेहद सरल बना दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य में व्यवसाय करना अन्य जगहों की तुलना में आसान और सुविधाजनक है। उन्होंने राजस्थान में देश का सबसे बड़ा फर्टिलाइजर प्लांट लगाने का वादा करते हुए कहा कि इससे प्रदेश के कृषि क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन आएगा और पीले से हरे राजस्थान के निर्माण का सपना साकार होगा।

राजस्थान में स्वच्छ ऊर्जा का ‘सोना’ पैदा कर देश को आगे ले जाने की क्षमता- सीईओ, टाटा पावर
टाटा पावर के सीईओ एवं एमडी प्रवीर सिन्हा ने कहा कि राजस्थान की धरती में सौर और पवन ऊर्जा उत्पादन की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने बताया कि राज्य में 800 गीगावाट सौर और 200 गीगावाट पवन ऊर्जा उत्पादन की क्षमता मौजूद है, जिसे सही दिशा में विकसित किया जाए तो राजस्थान स्वच्छ ऊर्जा का ‘सोना’ पैदा कर पूरे देश को ऊर्जा के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों तक ले जा सकता है। सिन्हा ने कहा कि टाटा पावर का राजस्थान से पुराना और बहुत गहरा संबंध रहा है। कंपनी ने राज्य में ऊर्जा उत्पादन, ट्रांसमिशन और वितरण तीनों ही क्षेत्रों में सक्रिय भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी टाटा पावर राजस्थान के साथ मजबूती से काम करता रहेगा तथा राज्य के हरित ऊर्जा लक्ष्यों को पूरा करने में अहम भागीदार बना रहेगा। उन्होंने कहा कि राजस्थान में औद्योगिक विकास के लिए सशक्त वातावरण और बेहतर इकोसिस्टम तेजी से तैयार हो रहा है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राज्य सरकार को संदेश के माध्यम से प्रवासी राजस्थानी दिवस के आयोजन के लिए बधाई दी। कार्यक्रम में प्रवासी राजस्थानियों और राज्य के बीच भावनात्मक जुड़ाव तथा साझा सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने वाली एक विशेष फिल्म भी प्रदर्शित की गई। कार्यक्रम के दौरान 1 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों की ग्राउंड ब्रेकिंग की गई, जिससे राइजिंग राजस्थान समिट के बाद से धरातल पर उतरी परियोजनाओं की कुल राशि बढ़कर 8 लाख करोड़ रुपये पहुंच गई। उद्घाटन सत्र में कॉफी टेबल बुक ‘कमिटमेंट इन एक्शन’ का भी विमोचन किया गया, जिसमें ‘राइजिंग राजस्थान’ के तहत हुए एमओयू की प्रगति और ग्राउंडब्रेकिंग की विस्तृत जानकारी शामिल है।

9 प्रवासी विभूतियों को प्रवासी राजस्थानी सम्मान
कार्यक्रम में देश-विदेश में विशिष्ट उपलब्धियां हासिल करने पर प्रवासी राजस्थानियों अनिल अग्रवाल, कुमार मंगलम बिड़ला, विनीत मित्तल, अजय पीरामल, माधव सिंघानिया, पूनमचंद राठी, नरसी कुलरिया, सी.एम. मूंदड़ा और प्रदीप राठौड़ को ‘प्रवासी राजस्थानी सम्मान’ से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी, डॉ. प्रेमचंद बैरवा, राज्य मंत्रिपरिषद के सदस्य, सांसद मदन राठौड़ सहित जनप्रतिनिधिगण, वरिष्ठ अधिकारी, उद्योग जगत के प्रतिनिधि, निवेशक और विभिन्न देशों से आए प्रवासी राजस्थानी उपस्थित रहे।

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