ट्रप के आने के बाद से लगातार ऐसी परिस्थितियों बन रही है की कई देश तनाव में हैं। दबाव में हैं। कई देशों को ट्रंप खुली धमकी की भी दे रहे हैं, तो कई देश ट्रम्प को आंखें भी दिखाने की तैयारी कर रहे हैं। लेकिन इन सब के बीच अब एक नया तनाव देखने को मिल रहा है। अफगानिस्तान में तालिबान सरकार बनाम ट्रंप हो गया है। ट्रंप ने एक रैली के दौरान कहा कि अगर तालिबान चाहता है कि हम उन्हें मदद करें उनके यहां की समस्याओं को देखा जाए और उन्हें पैसा देना हो तो उसके बदले में हमारा काम करना होगा। दरअसल, बाइडेन प्रशासन के दौरान अमेरिकी सैनिक अफगानिस्तान छोड़कर वापस अपने घर जा रहे थे।
तो उन्होंने लाखों करोड़ों मूल्य के वाहन और हथियार वहीं छोड़ दिए थे, जिसे तुरंत तालिबान की अंतरिम सरकार ने दुरुस्त कर लिया और कुछ ऐसे नजारे दुनिया को दिखाए जिसे देखकर दुनिया हैरान रह गई। अब इन हथियारों की ट्रम्प वापसी चाहते हैं। लेकिन अब इस पूरे मामले पर तालिबान क्या कह रहा है यह भी बहुत दिलचस्प है। एक रैली के दौरान ट्रंप ने कहा कि अफगानिस्तान चाहता है कि अगर उसकी आर्थिक स्थिति को सुधारा जाए और अमेरिका उसकी थोड़ी बहुत मदद करें तो उसे अमेरिका के एयरक्राफ्ट, एयर टू ग्राउंड एमूनेशन, गाड़ियां, कम्युनिकेशन एकपमेंट्स लौटने होंगे। अगर हम अफगानिस्तान को बिलियंस डॉलर्स दे रहे हैं तो बदले में उन्हें हमारा सामान लौटाना हीं होगा। इस पूरे मामले पर तालिबानी प्रवक्ताओं की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया।