बिहार की रुपौली विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव पर सभी की नजर थी। दरअसल, यह सीट बीमा भारती के विधानसभा से इस्तीफा देने के बाद खाली हुई थी। बीमा भारती जदयू से विधायक थीं। लेकिन वह राजत में शामिल हो गईं और लोकसभा का चुनाव लड़ा था। लोकसभा चुनाव में उन्हें पप्पू यादव से हार मिली। वह पूर्णिया लोकसभा सीट से तीसरे नंबर पर रहीं। ऐसे में रुपौली सीट पर हुए विधानसभा उपचुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार शंकर सिंह ने जीत हासिल की है।
शंकर सिंह ने जदयू के कलाधर मंडल को 8000 से अधिक वोटो से हराया है। शंकर सिंह चिराग पासवान की पार्टी के सदस्य थे। हालांकि टिकट नहीं मिलने के बाद उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दिया था और निर्दलीय चुनाव लड़ा था। इस सीट पर मुख्य मुकाबला जदयू के कलाधर मंडल और राजद की बीमा भारती के बीच ही रहा। लेकिन बीमा भारती यहां तीसरे नंबर पर पहुंच गई जबकि जदयू के कलाधर मंडल दूसरे नंबर पर रहे। दिलचस्प बात यह भी है कि पुरानी हार जीत को बुलाकर बीमा भारती ने पप्पू यादव से समर्थन मांगा था।
पप्पू यादव ने वोटिंग से ठीक 1 दिन पहले अपने समर्थकों से बीमा भारती को वोट देने की अपील भी की थी। लेकिन उनकी यह अपील काम नहीं आई। बीमा भारती को बुरी तरीके से हार का सामना करना पड़ा है। बीमा भारती 2020 के बाद से लगातार सुर्खियों में रही हैं। वह मंत्री नहीं बनने को लेकर नीतीश कुमार से नाराजगी जाता चुकी थीं। वह अपनी सरकार पर कई बड़े आरोप लगा चुकी थीं नीतीश सरकार की शक्ति परीक्षण के दिन ही उन्होंने बगावत किया था।