जोधपुर। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री और भाजपा के उम्मीदवार गजेंद्र सिंह शेखावत ने मंगलवार को जोधपुर लोकसभा सीट पर हैट्रिक लगाते हुए जीत दर्ज कर ली है। इस सीट पर उन्होंने लगातार तीसरी बार जीत हासिल की है। गजेंद्र सिंह शेखावत ने कांग्रेस उम्मीदवार करण सिंह उचियारदा को 1.14 लाख से अधिक मतों से हरा दिया है। इसके साथ ही उन्होंने जीत की हैट्रिक बनाई है।
हालांकि 2014 में पहली बार निर्वाचित होने के बाद से यह शेखावत की तीसरी जीत है, लेकिन इस बार उनकी जीत का अंतर तीनों चुनावों में सबसे कम है। आंकड़ों पर गौर करें तो 2014 में शेखावत ने कांग्रेस की चंद्रेश कुमारी को 4.10 लाख वोटों से हराया था। 2019 के चुनाव में उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को 2.74 लाख वोटों से हराया है।
दिसंबर 2023 में होने वाले राजस्थान विधानसभा चुनाव में जोधपुर संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले आठ विधानसभा क्षेत्रों में से सात पर भाजपा उम्मीदवारों ने जीत हासिल की। कांग्रेस द्वारा जीती गई एकमात्र सीट सरदारपुरा थी, जिसे तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सुरक्षित किया था। इन विधानसभा चुनावों में भाजपा को 49.3% वोट मिले, जबकि कांग्रेस को 40.7% वोट मिले। 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा का वोट शेयर 59% था, जबकि कांग्रेस का 38.6% था। वर्ष 2014 में जोधपुर निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा को 66.1% वोट मिले, जबकि कांग्रेस को केवल 28.2% वोट मिले।
राजनीतिक पर्यवेक्षक दिनेश रामावत शेखावत की जीत के कम अंतर के लिए कई कारकों को जिम्मेदार मानते हैं। सबसे पहले, पिछले चुनावों की तुलना में मतदान प्रतिशत कम था। परिसीमन के बाद, जोधपुर संसदीय क्षेत्र अब राजपूत बहुल सीट माना जाता है। रामावत ने कहा कि कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार का चयन करते समय जातिगत समीकरणों को संतुलित करने का प्रयास किया, जिसके परिणामस्वरूप दोनों उम्मीदवारों ने प्रचार के दौरान अपना पूरा जोर लगाया।