भारत में इंजीनियरिंग का काफी ज्यादा क्रेज देखने को मिलता है। इसी क्रेज के चलते हर साल लाखों की संख्या में छात्र JEE एग्जाम में शामिल होते हैं। वहीं जिन छात्रों को JEE स्कोर के आधार पर भारत के टॉप इंजीनियरिंग संस्थानों में दाखिला नहीं मिल पाता है, वह फिर विदेश का रुख करते हैं। आमतौर पर इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए भारतीयों की पहली पसंद अमेरिका रहा है। वहीं कुछ भारतीय स्टूडेंट्स ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा जैसे देशों में जाते हैं। तो वहीं कुछ छात्र बीटेक की पढ़ाई के लिए यूरोपीय देश भी जाते हैं। अगर हम आपसे कहें कि इंजीनियरिंग करने के लिए आपको भारत से दूर जाने की जरूरत नहीं है। क्योंकि एशिया में कई सारे विश्वविद्यालय हैं, जोकि हाई क्वालिटी एजुकेशन मुहैया करवाती हैं। वहीं इन विश्वविद्यालयों की रैंकिंग भी काफी ज्यादा अच्छी है। एशिया की यह टॉप इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटीज ऐसे देशों हैं, जहां से डिग्री प्राप्त करने के बाद आपको आसानी से नौकरी मिल जाती है। यह विश्वविद्यालय जापान, दक्षिण कोरिया, चीन, भारत और सिंगापुर जैसे देशों में हैं। यहां पर भारतीय वर्कर्स अच्छी खासी संख्या में रहकर कई सेक्टर्स में नौकरी कर रहे हैं।
टॉप-10 इंजीनियरिंग विश्वविद्यालय
अगर आप भी एशिया की टॉप इंजीनियरिंग विश्वविद्यालय के बारे में जानना चाहते हैं, तो इसका जवाब आपको क्यूएस वर्ल्ड विश्वविद्यालय रैंकिंग में मिलेगा। क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी बाय सब्जेक्ट रैंकिंग में आपको इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटीज की लिस्ट देखने को मिलेगी। वहीं आज हम आपको एशिया में बीटेक करने के लिए टॉप 10 इंजीनियरिंग विश्वविद्यालयों के बारे में बताने जा रहे हैं।
गुआ यूनिवर्सिटी (चीन)
कोरिया एडवांस्ड इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (दक्षिण कोरिया)
नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर (सिंगापुर)
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी बॉम्बे (भारत)
नानयांग टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी सिंगापुर (सिंगापुर)
द यूनिवर्सिटी ऑफ टोक्यो (जापान)
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी दिल्ली (भारत)
शंघाई जिआओ टोंग यूनिवर्सिटी (चीन)
पेकिंग यूनिवर्सिटी (चीन)
झेजियांग यूनिवर्सिटी (चीन)
अगर आप भी एशिया में रहकर इंजीनियरिंग करना चाहते हैं, तो आप ऊपर बताई गई यूनिवर्सिटीज में एडमिशन लेना चाहिए। बता दें कि इन संस्थानों की सबसे अच्छी बात यह है कि यहां पर आप कई तरह के इंजीनियरिंग के कोर्स कर सकते हैं। जिनमें सिविल, मैकेनिकल, केमिकल और सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग शामिल है।