श्रीगंगानगर। राजस्थान दिवस (30 मार्च) के उपलक्ष्य में आयोजित राजस्थान दिवस साप्ताहिक महोत्सव की कड़ी में रविवार को हिन्दुमलकोट सीमा चौकी और शिवपुर हैड पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इन कार्यक्रमों में लोक कलाकारों ने एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देकर राजस्थान की लोक कला और संस्कृति को जीवंत कर दिया। दर्शकों ने तालियां बजाकर कलाकारों का उत्साहवर्द्धन किया।
शिवपुर हैड पर आयोजित कार्यक्रम से पूर्व पर्यटन विभाग बीकानेर की ओर से पहुंचे कलाकारों ने घूम-घूम कर सांस्कृतिक कार्यक्रमों और लोकगीतों की प्रस्तुतियां दीं। इस अवसर पर सादुलशहर विधायक गुरवीर सिंह बराड़ ने क्षेत्र को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का आश्वासन देते हुए कहा कि इसके लिए संबंधित स्तर पर गंभीरतापूर्वक प्रयास किए जा रहे हैं। 2 वर्ष बाद गंगनहर के आगमन को 100 वर्ष पूर्ण होने जा रहे हैं, इससे पूर्व क्षेत्र को पर्यटनए पिकनिक और प्री वेडिंग स्थल के रूप में विकसित किया जाना प्रस्तावित है।
उन्होंने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में हर क्षेत्र में विकास कार्य करवाए जा रहे हैं। गंगानगर भी इससे अछूता नहीं है। जिला प्रशासन द्वारा शिवपुर हैड, हिंदुमलकोट के साथ-साथ अन्य स्थानों को भी पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने हेतु की जा रही गतिविधियों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि जल्द ही आमजन को बेहतरीन सुविधाएं मिलेंगी। जिले में चयनित क्षेत्रों को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने से स्थानीय निवासियों को भी फायदा होगा।
शिवपुर हैड के बाद हिंदुमलकोट सीमा चौकी में आयोजित कार्यक्रमों में पर्यटन विभाग की ओर से लोक कलाकारों द्वारा एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं। अनन्या भटनागर के भवई नृत्य के बाद राजस्थानी वेशभूषा में सजे-धजे बीकानेर के रौबिले कलाकारों ने उपस्थितजनों का खूब मनोरंजन किया। बीकानेर की माने खान एंड पार्टी ने केसरिया बालम, नित खैर मंगा तेरी सहित राजस्थानी लोकगीतों, कालबेलिया नृत्य, कुलदीप और सिमरजीत एन्ड पार्टी ने भांगड़ा सहित पंजाबी नृत्यों की प्रस्तुति दी। किशनगढ़ की उर्मिला एन्ड पार्टी ने चरी एवं घूमर, नृत्य पेश किया।
इस अवसर पर जिला कलक्टर डॉ. मंजू, एडीएम प्रशासन सुभाष कुमार, एडीएम सतर्कता रीना, जिला परिषद सीईओ गिरधर, सैन्य अधिकारी, नगर विकास न्याय सचिव अशोक असीजा, गिरजेशकांत शर्मा, एसडीएम रणजीत कुमार, स्वाति गुप्ता, धीरज चावला, हरिराम चौहान, विजय कुमार, दुष्यंत जैन, जयप्रकाश शर्मा, प्रियंका बैलाण, बलदेव सिंह बराड़, रतनलाल गणेशगढ़िया, मनीराम स्वामी, प्रदीप धेरड़, जुगल डूमरा, स्कूली विद्यार्थी और ग्रामीण मौजूद रहे।
स्कूली बच्चों ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि राजस्थान दिवस के अवसर पर पहली बार सीमावर्ती क्षेत्र में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ-साथ बॉर्डर देखना बेहतरीन अनुभव रहा। ग्रामीणों ने भी सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन को सराहनीय कदम बताते हुए राज्य सरकार और जिला प्रशासन का आभार जताया। अंत में पर्यटन विभाग के अधिकारी पवन कुमार शर्मा ने धन्यवाद व्यापित किया।

लोक कलाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों में जीवंत की राजस्थान की लोक कला और संस्कृति
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