जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने बुधवार को कहा कि भारत को बाहर से नहीं बल्कि अंदर से खतरों का सामना करना पड़ रहा है और उन्होंने देश में इस प्रचार की आलोचना की कि हिंदू खतरे में हैं। पार्टी कार्यालय जम्मू में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि आज भी देश इसे आगे बढ़ाने के लिए हमसे बलिदान मांगता है। अगर हम ऐसा नहीं कर सके तो हम भारत को नहीं बचा पाएंगे। भारत को बाहर से नहीं बल्कि देश के अंदर से खतरा है। घर को हमेशा कोई अंदर वाला ही नुकसान पहुंचाता है, कोई बाहरी नहीं। अगर हमें इस घर को मजबूत करना है तो हमें खुद को मजबूत करना होगा। अब्दुल्ला ने कहा कि हमें लोगों के बीच जाकर उनकी परेशानियों को जानना होगा और उनका समाधान ढूंढना होगा। यह उनका प्रचार है कि हिंदू खतरे में हैं।’ मैं उनसे पूछता हूं कि यह कैसे संभव है जबकि पूरी आबादी में 80% हिंदू हैं। इस तरह का प्रचार सिर्फ लोगों में डर पैदा करने के लिए किया जाता है। अगर आपको ऐसे दुष्प्रचार का समाधान ढूंढना है तो यहां की जनता के बीच जाना होगा। उन्होंने कहा कि 1927 में धारा 370 न सिर्फ कश्मीर के लोगों के लिए बल्कि डोगरा लोगों की सुरक्षा के लिए भी लाई गई थी। आज यहां रोजगार के अवसर बाहर से आने वाले लोगों के लिए जा रहे हैं।

फारूक अब्दुल्ला का बयान, भारत को बाहर से नहीं बल्कि अंदर से खतरा है
ram