बारां। जिले में किसानों को सरकारी योजनाओं से जोड़ने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देशानुसार एवं जिला कलक्टर रोहिताश्व सिंह तोमर के नेतृत्व में तहसील स्तरीय फार्मर आईडी पंजीकरण शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। एग्रीस्टेक योजना के तहत आयोजित इन शिविरों में अब तक 3,096 किसानों को फार्मर आईडी कार्ड वितरित किए जा चुके हैं।
सोमवार को जिले में विभिन्न स्थानों पर शिविर आयोजित किए गए, जिनमें बारां- ग्राम पंचायत माथना, छबड़ा- ग्राम पंचायत कडैयानोहर, छीपाबड़ौद- ग्राम पंचायत बंबोरीघाट, मांगरोल- ग्राम पंचायत मऊ, अटरू- ग्राम पंचायत कनोटिया, अंता- ग्राम पंचायत बिजौरा, किशनगंज- ग्राम पंचायत बादीपुरा में शिविर लगाए गए। ये शिविर 19 फरवरी तक जारी रहेंगे और किसानों को अपने नजदीकी शिविर में पहुंचकर पंजीकरण कराने का अवसर दिया गया है।
इन शिविरों में डिजिटल क्रॉप सर्वे के तहत किसानों की फसलों का डिजिटल रिकॉर्ड तैयार किया जा रहा है। इसके तहत भू-संदर्भित नक्शे, खेतों की लोकेशन डिजिटल रूप में संरक्षित होगी। फार्मर रजिस्ट्री- किसानों की पूरी जानकारी डिजिटल डेटाबेस में सुरक्षित रहेगी। 11 अंकों का डिजिटल कार्ड प्रत्येक किसान को मिलेगा, जिससे वे सरकारी योजनाओं का सीधा लाभ ले सकेंगे। डेटा ऑनलाइन स्टोर- फसल की जानकारी, सब्सिडी, फसल बीमा जैसी सुविधाएं डिजिटल रूप से उपलब्ध होंगी।
सरकारी योजनाओं का सीधा लाभ – फसल बीमा, सब्सिडी, कृषि सहायता सीधे किसानों को मिलेगी।
पारदर्शिता – अपात्र लोगों को अनुचित लाभ लेने से रोका जाएगा।
डिजिटल सुविधा – सभी योजनाएं एक ही प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध होंगी।
पंजीकरण के लिए आवश्यक दस्तावेज में आधार कार्ड, खेत की जमाबंदी (भूमि रिकॉर्ड) आधार से लिंक मोबाइल नंबर होना चाहिए। जिला प्रशासन ने किसानों से अपील की है कि वे इन शिविरों में भाग लेकर जल्द से जल्द अपनी फार्मर आईडी बनवाएं ताकि वे सभी सरकारी योजनाओं का लाभ ले सकें।

जिले में फार्मर आईडी पंजीकरण शिविरों का आयोजन जारी, अब तक 3,096 किसानों को मिला डिजिटल कार्ड
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