धौलपुर। मीडियाकर्मियों को जिले में विविध जल संरक्षण गतिविधियों की जानकारी की जानकारी देने हेतु शुक्रवार को वंदे गंगा जल संरक्षण जन सहभागिता अभियान के तहत धौलपुर में एक प्रभावी मीडिया एक्सपोजर विजिट का आयोजन किया गया। इस फील्ड विजिट का उद्देश्य जिले में जल संरक्षण की दिशा में किए जा रहे नवाचारों, संरचनात्मक विकास और जन सहभागिता को पत्रकारों के माध्यम से जन-जन तक पहुँचाना रहा। इस अवसर पर जिला सूचना एवं जनसंपर्क कार्यालय के तत्वावधान में सहायक जनसंपर्क अधिकारी रोहित मित्तल के नेतृत्व में पत्रकारों के दल ने संजापुरी आश्रम एनीकट और भूतेश्वर एनीकट जैसे चयनित जल संरचनाओं का भ्रमण किया। संजापुरी एनीकट गाँवों की जीवनरेखा बरई ग्राम पंचायत में पार्वती नदी पर निर्मित संजापुरी आश्रम एनीकट अब सिर्फ एक जल संरचना नहीं, बल्कि सात ग्रामों की जीवनरेखा बन चुका है। लगभग 220 मीटर लंबाई और 2 मीटर ऊंचाई वाली यह संरचना 27.85 मिलियन क्यूबिक फीट जल भंडारण क्षमता रखती है। इस एनीकट के जल से न केवल आसपास के गाँव बरई, भगरीपुरा, अर्जुन का पुरा, बनौरा, कांकोर, कछपुरा व धीमरीमें भूजल स्तर में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, बल्कि यह जल-स्त्रोत पशु-पक्षियों के लिए भी अमूल्य बन गया है। भूतेश्वर एनीकट संरचना और समर्पण की मिसाल इसके पश्चात पत्रकारों ने भूतेश्वर एनीकट का भी अवलोकन किया, जहाँ जल संसाधन विभाग के सहायक अभियंता पूरन मंगल ने तकनीकी जानकारी और परियोजना की उपयोगिता से अवगत कराया।
विजिट का उद्देश्य और संदेश
सहायक जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि इस फील्ड विजिट का मुख्य उद्देश्य जल संरक्षण को लेकर समाज में जागरूकता बढ़ाना, जनसहभागिता को प्रेरित करना और मीडिया के माध्यम से जिले में हुए कार्यों को रेखांकित करना है। पत्रकारों ने इस पहल की सराहना करते हुए इसे ज्ञानवर्धक, प्रेरणादायक और व्यावहारिक अनुभव बताया। यह मीडिया विजिट निश्चित ही जल संरक्षण के सामूहिक प्रयासों को नई दिशा और गति प्रदान करेगी।


