चूरू। जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा ने सोमवार को जिला मुख्यालय स्थित डाइट परिसर, आरसेटी कार्यालय, ईसीएचएस व लोहिया महाविद्यालय में चूरू इन्क्यूबेशन सेंटर का अवलोकन कर व्यवस्थाएं देखी।
उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों और प्रशिक्षकों के लिए बेहतरीन सुविधाएं उत्कृष्ट पीढ़ी का निर्माण करेंगी। संसाधनों की उपलब्धता से सीखने के अवसरों में बढ़ोतरी होगी, जिससे अधिक कौशलयुक्त पीढ़ी का निर्माण होगा। कौशलयुक्त शिक्षण विद्यार्थियों को अधिक समृद्ध व सामथ्र्यवान बनाएगा।
उन्होंने डाइट परिसर में लाइब्रेरी, सभागार, कक्षा-कक्षों, कार्यालय, लॉन आदि का अवलोकन किया। इस अवसर पर उन्होंने परिसर में पौधरोपण करते हुए कहा कि डाइट परिसर में पौधरोपण व हरियाली को काफी मेंटेन किया गया है। शिक्षण-प्रशिक्षण संस्थानों में पर्यावरण संरक्षण के प्रति यह समर्पण समाज के प्रत्येक स्तर पर प्रकृति के प्रति अनुराग स्थापित करेगा। डाइट प्राचार्य गोविंद सिंह राठौड़ ने परिसर की व्यवस्थाओं की जानकारी दी।
आरसेटी कार्यालय में बोले- प्रशिक्षण का इनोवटिव अंदाज में करें उपयोग
जिला कलक्टर सुराणा ने जिला मुख्यालय स्थित ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा संचालित आरसेटी कार्यालय एवं बैंक ऑफ बड़ौदा के वित्तीय साक्षरता व ऋण परामर्श केन्द्र का निरीक्षण कर व्यवस्थाएं देखी। उन्होंने आरसेटी में प्रशिक्षणार्थियों से संवाद करते हुए कहा कि वेस्ट से बेस्ट बनाने पर काम किया जाए। पुराने सामान से उपयोगी सामान बनाने के लिए आइडियाज पर काम हो। प्रशिक्षणार्थी प्राप्त कर रहे प्रशिक्षण का इनोवटिव अंदाज में समुचित उपयोग करें तथा मार्केट के अनुसार अपने उत्पादों को स्थापित करें। इसी के साथ स्वरोजगार की दिशा में आगे आएं। प्रशिक्षणार्थी राजीविका के माध्यम से भी अपने उत्पादों को सकारात्मक मार्केट दें।
उन्होंने आरसेटी निदेशक अमनदीप से कहा कि विभिन्न ट्रेड्स में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली महिला प्रशिक्षणार्थियों के लिए राजीविका के समन्वय से भी प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए जाएं। प्रयास करें कि प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले अधिकाधिक प्रशिक्षणार्थियों को रोजगार के अवसर मुहैया हों एवं उनको प्रशिक्षण का समुचित लाभ मिले। इसी के साथ प्रशिक्षण केन्द्र में संचालित प्रशिक्षणों के बारे में अधिकाधिक लोगों को जागरूक किया जाए।
उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों से प्रशिक्षण, रहने-खाने की व्यवस्था सहित व्यवस्थाओं की जानकारी ली। प्रशिक्षणार्थियों ने अपने प्रशिक्षणों की जानकारी दी। एलडीएम अमर सिंह ने बैंक ऑफ बड़ौदा के वित्तीय साक्षरता व ऋण परामर्श केन्द्र की व्यवस्थाओं की जानकारी दी।
ईसीएचएस पॉलीक्लिनिक का किया निरीक्षण, देखी व्यवस्थाएं
जिला कलक्टर सुराणा ने जिला मुख्यालय स्थित ईसीएचएस पॉलक्लिनिक (आर्मी हॉस्पिटल) का निरीक्षण कर व्यवस्थाएं देखी तथा अस्पताल में उपचाराधीन मरीजों से कुशलक्षेम पूछी। उन्होंने कहा कि अस्पताल में सैनिक परिवारों के लिए उपलब्ध सुविधाओं का समुचित लाभ मिले और उनको किसी प्रकार की परेशानी न हो। अस्पताल परिसर में अच्छी सफाई व्यवस्था को देखकर उन्होंने कहा कि सफाई व्यवस्था को मेंटेन किया जाए।
इस दौरान ओआईसी कर्नल विक्रम सिंह ने प्रजेंटेशन के माध्यम से अस्पताल की गतिविधियों की जानकारी दी। जिला कलक्टर ने अस्पताल में फार्मेसी, डेंटल चैम्बर, ट्रीट्रमेंट सेंटर, एक्स-रे कक्ष, फीजियोथैरैपी कक्ष, लैब आदि का अवलोकन किया। इस दौरान डॉ आशीष शर्मा, डॉ प्रदीप चौधरी सहित अस्पताल स्टाफ मौजूद रहा।
आईटी का उपयोग कर स्टार्ट-अप्स के क्षेत्र में बढ़े जिला
इसी क्रम में जिला कलक्टर सुराणा ने जिला मुख्यालय पर राजकीय लोहिया महाविद्यालय में डीओआईटी द्वारा संचालित चूरू इन्क्यूबेशन सेंटर का अवलोकन कर स्टार्ट-अप्स के क्षेत्र में काम कर रहे युवा प्रशिक्षणार्थियों से संवाद किया।
उन्होंने कहा कि आईटी के बेहतरीन उपयोग के साथ जिला स्टार्ट-अप्स के क्षेत्र में आगे बढ़ें। प्रतिभाओं को समुचित अवसर मिले और उनके कौशल का बेहतरीन उपयोग हो। सामाजिक एवं औद्योगिक प्रगति के लिए नवाचारों एवं कौशल विकास का महत्व सर्वोपरि है। जिले की प्रतिभाओं के आइडियाज को प्लेटफॉर्म मिलकर उनके सपनों को साकार होने की खुशी जिले के गौरव को बढ़ाने वाली होगी।
उन्होंने इन्क्यूबेशन सेंटर का अवलोकन कर कहा कि जिले में आईटी आधारित एवं प्रतिभाओं को एक मंच देने वाला शानदार सेंटर है। उन्होंने सेंटर में स्टार्ट-अप्स पर काम कर रहे रोहित सोनी, मुकेश प्रजापत, बाबूलाल प्रजापत, आंचल, सलोनी, रमजान, जितेन्द्र सहित युवा प्रतिभाओं से उनके आइडियाज को लेकर चर्चा की और उनके प्रोजेक्ट्स की सराहना की।
डीओआईटी एसीपी नरेश टुहानिया ने इन्क्यूबेशन सेंटर पर व्यवस्थाओं की जानकारी दी। इस दौरान सहायक प्रोग्रामर गुरप्रीत लबाना, डॉ हेमंत मंगल, डॉ एम एम शेख एवं मेंटर मनु विजय, अनुराग सोनी, सुशील कुमार, मोहम्मद शाहरूख सहित अन्य उपस्थित रहे।