माह जुलाई 2025 में जीएसटी संग्रह 1.96 लाख करोड़ पर पहुँचने और अर्थव्यवस्था में सुदृढ़ीकरण के संकेत के साथ देश में 9 अगस्त से रक्षाबंधन के पर्व से त्योहारी सीजन काआगाज़ होने जा रहा है। इसी के साथ अगले तीन महीनों में एक के बाद एक त्योहार आने है। उम्मीद की जा रही है इस बार बाजार में रक्षाबंधन, जन्माष्टमी, गणेश चतुर्थी, नवरात्र, दशहरा, दीपावली सहित और भी बहुत महत्वपूर्ण व्रत-त्योहार आएंगे जिनमें जमकर खरीददारी की सम्भावना है। त्योहार के सीजन में लगभग 70 करोड़ ग्राहक बाज़ारों में ख़रीदारी करते हैं और जहां 500 रुपये या उससे कम ख़रीदारी करने वाले लोग हैं वहीं हज़ारों और लाखों रुपये खर्च करने वालों की भी कमी नहीं है और इसीलिए देश में त्यौहार के इस सीजन की महत्त्ता व्यापार की दृष्टि से बेहद ही महत्वपूर्ण है। एचआर सर्विस प्रोवाइडर एडेको इंडिया ने अपनी रिपोर्ट में त्योहारों के दौरान 2.16 लाख से अधिक अस्थायी नौकरियों के सृजन की संभावना जताई गई है। त्योहारों पर जिस तरह से विभिन्न प्रकार की चीजों की बिक्री से बाजार गुलज़ार हो रहा है उससे साफ अंदाजा लगा सकते हैं कि आने वाले सभी त्योहारों पर खरीदारी के लिए ग्राहक मन बना चुके हैं। लोग खरीदारी के लिए बाजारों में पहुंच रहे हैं। दुकानें ग्राहकों से गुलजार होने लगी है। बाजारों में चहल पहल व भीड़-भाड़ देखने को मिल रही है। ऑनलाइन शॉपिंग की तरफ लोगों का रुझान बढ़ा हुआ है। दुकानदारों का कहना है कि बाजार में खरीदारी करने वालों की भीड़ बढ़ रही है और आने वाले दिनों में कारोबार बढ़ने की उम्मीद है। त्योहारी सीजन से इलेक्ट्रॉनिक, कपड़ा, ऑटो मोबाइल, सराफा बाजार में ग्राहकों का रुझान बढ़ा है। पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की बढ़ती संख्या से न केवल इन स्थलों की रौनक बड़ रही है बल्कि अच्छा कारोबार होने से कारोबारियों के चेहरों पर चमक देखने को मिल रही है। पर्यटन कारोबारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। अच्छा कारोबार होने से सभी कारोबारियों को आर्थिक लाभ मिलेगा। इस त्योहारी सीजन में एक दर्जन बड़े त्योहार और व्रत आते है जिसमें देशवासी उमंग और उत्साह के साथ शामिल होकर अपनी खुशियों का इजहार करते है। यह त्योहारी सीजन हालाँकि महंगाई की मार से उपभोक्ताओं को राहतभरा नहीं है। त्योहारी सीजन शुरू होने के साथ ही बाजार और ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट्स पर ऑफर्स की सम्भावना है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक भारत ने डिजिटल भुगतान में बड़ी उपलब्धि हासिल की है। IMF की रिपोर्ट के अनुसार, UPI के ज़रिए भारत ने एक महीने में 18 अरब से ज्यादा लेनदेन किए हैं। अब यह सिस्टम 49 करोड़ यूजर्स और 6.5 करोड़ व्यापारियों को जोड़ रहा है। दुकानदार और ऑनलाइन कम्पनियाँ जहां इन त्योहारों में आकर्षक ऑफर तथा डिस्काउंट की पेशकश कर ग्राहकों को रिझाने का प्रयास करते हैं, वहीं ग्राहक भी इन आकर्षक ऑफरों का लाभ उठाकर जमकर खरीदारी करते हैं। सरकारी बैंकों सहित कई कम्पनियाँ और निर्माता उपभोक्ताओं को लुभावनी छूट से भी लाभान्वित कर रहे है। त्योहारी सीजन को ध्यान में रखते हुए ये सेल शुरू होने जा रही है। दुकानदारों ने भी आकर्षित ढंग से दुकानों को सजाना शुरू कर दिया है, ताकि अच्छा व्यापार हो सके। खुदरा व्यापारी ऑनलाइन सेल का विरोध कर रहे है और अपने व्यापार के चौपट होने की दुहाई दे रहे है मगर उपभोक्ता ऑनलाइ न व्यापार से खुश नजर आ रहे है। उन्हें बाजार की धकमपेल से छुटकारा मिल रहा है। ऑनलाइन सेल में सामान सस्ता जरूर मिल रहा है मगर उपभोक्ता को सावधानी रखनी पड़ेगी क्योकि ठगी करने वाले गिरोह भी सक्रीय हो गए है। जो भोले भले लोगों को सस्ते माल के चक्कर में फंसा कर अपना उल्लू सीधा कर रहे है। ऐसे में लोगों ने सतर्कता नहीं रखी तो सस्ते में माल खरीदना महंगा भी पड़ सकता है। त्योहारी सीजन धोखे और ठगी से अछूते नहीं है। साइबर क्राइम भी चरम पर है। आये दिन लोगों के बैंक खातों से पैसे निकल जाने की घटनाओं में वृद्धि हो रही है। चोर उचके भी त्योहारी सीजन का इंतजार करते है। लोग त्यौहार की खरीददारी में व्यस्त हो जाते है तो ऑनलाइन ठग भी अपनी कारिस्तानी से बाज नहीं आते जिसमें न चाहते भी लोग थोड़े से लालच में आ कर फंस जाते है। इसलिए कहा जाता है सावधानी हटी तो दुर्घटना घटी। इसी दुर्घटना से बचने के लिए समझदारी और सजगता की जरुरत है।
-बाल मुकुन्द ओझा



