जैसलमेर। पर्यावरण समिति के अध्यक्ष एव जिला कलक्टर प्रताप सिंह के निर्देशों की पालना मे समिति सदस्य सचिव एवं उपवन संरक्षक के निर्देशन में वन एवं शिक्षा विभाग, जिला परिषद व नगर परिषद के संयुक्त तत्वावधान में जैसलमेर जिले में मंगलवार, 22 अप्रेल को पृथ्वी दिवस के तहत विभिन्न प्रतियोगिताओं एवं कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस वर्ष पृथ्वी दिवस की थीम “OUR POWER OUR PLANET” हमारी शक्ति हमारा गृहद्ध थी।
उपवन संरक्षक कुमार शुभम ने बताया कि इस दौरान जिले के विभिन्न विद्यालयों में निबंध, चित्रकला, साफ-सफाई, पर्यावरण विषय पर भाषण सहित अन्य प्रतियोगिताओं का आयोजन कर एक पेड माँ के नाम के तहत पौधारोपण किया गया। साथ ही पृथ्वी को प्रदुषित होने से बचाने, पर्यावरण को सुदृढ बनाने, पर्यावरण जन-जागरूकता के लिए विविध कार्यक्रम आयोजित किये गये। उन्होंने बताया कि पृथ्वी दिवस के उपलक्ष्य में वन विभाग के स्टाफ एव जिले के विभिन्न विद्यालयी छात्रों के साथ गड़सीसर सर्किल से हनुमान सर्किल तक प्रभात फेरी निकाली गई।
उपवन संरक्षक ने बताया कि इसी क्रम में जिले के करणी बाल मन्दिर विद्यालय में पृथ्वी दिवस कार्यक्रम वन विभाग द्वारा आयोजित किया गया, जिसमें किशोर कुमार तालेपा, ADJ, ADR कोर्ट जैसलमेर मुख्य अतिथि रहे। कार्यक्रम में “Silent 60” के तहत 1 मिनट का Silence observe कर पृथ्वी के प्राकृतिक आवाज को सुनने व महसुस करने का छात्रों से आग्रह किया गया। उन्होंने बताया कि विद्यालय में विभाग की और से चित्रकला, भाषण एवं निबंध प्रतियोगिता आयोजित की गई एवं इस मौके पर प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहे विधार्थियों को पुरूस्कृत किया गया।
इस दौरान किशोर कुमार तालेपा ने बताया कि भारत के प्राचीन काल से ही शास़्त्रों में पर्यावरण संरक्षण का संदेश एव उल्लेख किया गया है हम भारतीय सदैव पर्यावरण के प्रति संवेदनशील रहे हैं, ऐसे कार्यक्रम पर्यावरण के प्रति जागरूकता को ओर अधिक बढायेंगे। साथ ही उन्होने कार्यक्रम में शामिल करने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। इस कडी में कार्यक्रम में वन विभाग के कार्मिकों द्वारा भी अपने विचार व्यक्त किये गए।
पृथ्वी दिवस के विशेष कार्यक्रम के अवसर पर उप वन संरक्षक ने जानकारी दी कि श्आज के कार्यक्रम का उदेश्य आमजन एवं बच्चों को पर्यावरण के प्रति सुरक्षा व संरक्षण का संदेश देना है साथ ही उन्होंने कहा कि हम सभी को अधिक से अधिक पेड पौधे लगाने, प्लास्टिक का उपयोग कम से कम करने एवं पर्यावरण को सुरक्षित एवं संरक्षित कर जलवायु परिवर्तन से निपटने के बारे जन जागरूक किया गया। साथ ही उन्होंने बताया कि ‘‘एक स्वस्थ पृथ्वी ही हमारे सुरक्षित भविष्य की गांरटी हैं’’।