बालोतरा। माननीय मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की संवेदनशीलता से बीमार पशुधन का निःशुल्क उपचार हो सकेगा। खुशहाल पशुपालक, समृद्ध राजस्थान के तहत पशुओं का घर पर ही निःशुल्क उपचार कराने के लिए मोबाइल वेटरनरी यूनिट की शुरुआत की गई। यूनिट को घर पर बुलाने के लिए अब पशुपालकों को टोल फ्री नंबर 1962 पर कॉल कर जानकारी देनी होगी। इसके बाद मोबाइल यूनिट पशुपालक के घर पहुंचेगी। यह एकीकृत कॉल सेंटर आज 09 अक्टूबर, बुधवार से शुरू हो गया है। इसकी स्थापना पशुपालन विभाग के राजस्थान राज्य पशुधन प्रबंधन प्रशिक्षण संस्थान आगरा रोड, जयपुर में की गई है।
पशुपालन विभाग के उप निदेशक डॉ. नारायण सिंह सोलंकी ने बताया कि जिले में 48 मोबाइल वेटरनरी यूनिट संचालित हो रही हैं। अब इनका संचालन एकीकृत कॉल सेन्टर नम्बर 1962 पर प्राप्त सूचनाओं के जरिए होगा। डॉ. खत्री ने बताया कि किसी भी आपातकालीन स्थिति में कॉल कर सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। उन्होंने बताया कि कॉल सेंटर की स्थापना प्रक्रियाधीन होने से यूनिट्स की सेवाएं पशुपालकों को यथाशीघ्र प्रदान करने के लिए संचालन कार्य का लोकार्पण 24 फरवरी 2024 को माननीय मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा 1962 द्वारा किया जा चुका है।
उन्होंने बताया कि जिले को 48 मोबाइल वेटरनरी वैन है। इसमें एक चिकित्सक, एक पैरावैट तथा एक ड्राइवर कम हैल्पर दवाइयां व चिकित्सा उपकरण के साथ रहेंगे। कॉल सेंटर का संचालन प्रतिदिन सुबह 8.30 से शाम 4.30 बजे तक तथा मोबाईल वेटरनरी यूनिट्स का संचालन प्रतिदिन सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि पशुपालक अपने पशु के रोगी होने पर कॉल सेंटर के नंबर 1962 पर सूचना दर्ज करा सकते हैं। कॉल सेंटर के सीएसओ द्वारा पशुपालक के नाम, ग्राम, पशु एवं रोग के लक्षण आदि की जानकारी प्राप्त कर सिस्टम पर दर्ज की जाएगी। लक्षणों के आधार पर सिस्टम में पूर्व से संधारित डाटा अनुसार एवं अथवा कॉल सेंटर पर उपस्थित पशु चिकित्सक की सलाह अनुसार टिकट जनरेट किया जाएगा।उन्होंने बताया कि सूचना का एक मैसेज पशुपालक के फोन पर तथा एक मैसेज संबंधित ग्राम से मैप्ड मोबाईल वेटरनरी यूनिट के पशु चिकित्सक के फोन पर जाएगा। इसके साथ ही विवरण पशु चिकित्सक के फोन पर उपलब्ध मोबाइल एप पर भी प्रदर्शित होगा। पशु चिकित्सक तत्काल अपॉइंटमेंट बुक करते हुए रोगी पशु के स्थान के लिए रवाना होंगे।


