झालावाड़। अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर शनिवार को जिला स्तरीय कार्यक्रम का शुभारम्भ जिला कलक्टर अजय सिंह राठौड़ एवं पुलिस अधीक्षक ऋचा तोमर ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि झालावाड़ जिले की मातृ शक्ति ने महिला सशक्तिकरण के रूप में एक अलग पहचान बनाई है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में झालावाड़ की महिलाएं झालावाड़ी हर्बल गुलाल, मोटा अनाज के उत्पादों एवं हथकरघा के माध्यम से आर्थिक रूप से मजबूत होकर आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि लघु उद्योग चलाने के लिए राजीविका की महिलाओं द्वारा लिए गए ऋण को समय पर शत-प्रतिशत जमा कराना एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि झालावाड़ में नर्सिंग ट्रेनिंग सेन्टर खुलने से अब जिले की महिलाएं स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में झालावाड़ सहित अन्य जिलों में भी अपनी सेवाएं दे रही हैं।
कार्यक्रम में आरपीएससी के पूर्व चैयरमेन श्याम सुन्दर शर्मा ने कहा कि महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने में पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे का मुख्य योगदान रहा है। उन्होंने महिलाओं को सशक्त करने की दिशा में महिला को परिवार की मुखिया बनाने का कार्य किया है। वहीं पंचायती राज में महिला आरक्षण बढ़ाकर महिलाओं को आगे बढ़ाने का कार्य किया है। उन्होंने झालावाड़ को विकास की ओर अग्रसर करने में भी कोई कमी नहीं छोड़ी है।
इस दौरान पुलिस अधीक्षक ऋचा तोमर ने कहा कि झालावाड़ जिला महिला सशक्तीकरण का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। समाज के विकास में जितनी पुरूष की महत्ता है उतना ही महिला का योगदान भी रहता है। पुरूष व महिला एक दूसरे के पूरक हैं। उन्होंने महिलाओं से कहा कि अपनी बेटियों को मजबूत एवं सशक्त बनाएं और हर परिस्थिति का सामना करने के लिए तैयार करें।
कार्यक्रम में पूर्व जिलाध्यक्ष संजय जैन ताऊ ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने झालावाड़ को राष्ट्रीय मानचित्र पर लाने के साथ ही प्रत्येक नागरिक को सम्मान दिलाने का कार्य किया है। उन्होंने झालावाड़ के साथ राजस्थान को भी विकास के पथ पर ले जाने का कार्य किया है।
वहीं कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वर्तमान जिलाध्यक्ष हर्षवर्द्धन शर्मा ने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण एवं संवर्द्धन के लिए कई योजनाओं संचालित हैं इनका लाभ अधिक से अधिक महिलाओं तक पहुंचाना हम सभी की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को अच्छे संस्कार के साथ भारतीय संस्कृति के बारे में भी जानकारी दें। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे द्वारा जिले में किए गए विकास कार्यों की सराहना करते हुए महिला सशक्तिकरण को बढावा देने की बात कही।
इस दौरान जिला परिषद् के मुख्य कार्यकारी अधिकारी शम्भू दयाल मीणा ने बताया कि अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर जिले के 874 गांवों में राजीविका के स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा महिला चौपाल लगाकर 1 लाख 25 हजार महिलाओं को आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाने के लिए जागरूक किया गया।
कार्यक्रम के दौरान राजीविका की महिला विमला देवी, मधु नागर, सुनिता बैरागी ने विभिन्न क्षेत्रों में अथक प्रयासों से अपने जीवन में आए बदलाव को लेकर सफलता की कहानी को अपनी जुबानी प्रस्तुत किया। इस दौरान सभी पंचायत समितियों की 16 आंगनबाड़ी सहायिकाओं एवं कार्यकर्ताओं को माता यशोदा पुरस्कार देकर एवं स्वच्छता के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने वाली 16 स्वच्छताग्राही महिलाओं को प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया गया। वहीं राजीविका की 9 महिलाओं को विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने पर सम्मानित किया गया।
इस दौरान अंतिमा शर्मा द्वारा सरस्वती वंदना पर तथा पूजा गाडोलिया लोहार द्वारा राजस्थानी गीत पर एकल नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी गई। वहीं प्रांजल तिवारी द्वारा नारी शक्ति पर ओजस्वी काव्य पाठ किया।
इस दौरान अतिथियों द्वारा महिला अधिकारिता विभाग एवं जिला प्रशासन द्वारा महिला सशक्तिकरण एवं महिलाओं से संबंधित योजनाओं की जानकारी के फोल्डर का विमोचन भी किया गया। वहीं राजीविका के स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को 13.15 करोड़ के ऋण के चैक का वितरण भी किया गया। कार्यक्रम के अंत में महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक सत्यनारायण नावरिया ने सभी का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में धीरज तेज गुप्ता, चन्द्रमोहन धाभाई, सियाराम अग्रवाल, विमल सुराणा, अक्षय पाटीदार, महिला अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक शैलेष कुमार, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. साजिद खान, राजीविका के जिला परियोजना प्रबंधक के.एम. वर्मा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का मंच संचालन नरेन्द्र दुबे एवं पुष्पलता दुबे ने किया।

अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित हुआ जिला स्तरीय कार्यक्रम
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