झालावाड़। जिला स्तरीय वनाधिकार समिति की बैठक गुरूवार को जिला कलक्टर अजय सिंह राठौड़ की अध्यक्षता में मिनी सचिवालय के सभागार में आयोजित की गई।
बैठक में उपखण्ड झालावाड़, असनावर, अकलेरा व गंगधार में चार सम्पर्क सड़कों के निर्माण कार्य के संबंध में जिला स्तरीय वनाधिकार समिति के सदस्यों के साथ चर्चा की गई तथा सुझाव आमंत्रित किए गए। सभी सदस्यों द्वारा चारों सड़कों के निर्माण कार्य के संबंध में कोई आपत्ति नहीं जताई गई।
बैठक में जानकारी दी गई कि उपखण्ड स्तरीय वनाधिकार समिति झालावाड़, असनावर, अकलेरा व गंगधार द्वारा सम्पर्क सड़कों के निर्माण कार्य में आने वाली वन भूमि का डायवर्जन करने हेतु प्राप्त दावा प्रकरणों का अवलोकन व परीक्षण करने से पाया गया है कि प्रस्तावित वन भूमि पर अनुसूचित जनजाति और अन्य परम्परागत वन निवासी (वन अधिकारों की मान्यता) अधिनियम 2006 एवं नियम 2008 के प्रावधानों के तहत वन भूमि के अधीन कोई अधिकार पत्र जारी नहीं किया गया है और ना ही वन क्षेत्र में कोई दावा लम्बित है। इस आधार पर बैठक में चारों सड़कों के निर्माण कार्यों में आने वाली भूमि का डायवर्जन एवं एफआरए प्रमाण-पत्र जारी करने की अभिशंषा की गई।
इन चार सम्पर्क सड़कों के लिए हुई चर्चा
बैठक में उपखण्ड असनावर की ग्राम पंचायत खेड़ला में सम्पर्क सड़क नयागांव भानपुरा व ग्राम पंचायत बड़ौदिया में सम्पर्क सड़क बड़ौदिया से जटामरी, उपखण्ड अकलेरा की ग्राम पंचायत बोरखेड़ी गुजरान में सम्पर्क सड़क रोज्या तथा उपखण्ड गंगधार की ग्राम पंचायत डोडी में सम्पर्क सड़क बानीखेड़ी के निर्माण कार्य हेतु चर्चा की गई।
बैठक में जिला परिषद् के मुख्य कार्यकारी अधिकारी शम्भुदयाल मीणा, उपखण्ड अधिकारी झालावाड़ संतोष कुमार मीणा, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता हुकुमचन्द मीणा, सहायक वन संरक्षक संजू कुमार शर्मा, उप जिला प्रमुख बेनाथ मीणा, जिला परिषद् सदस्य लाली बाई एवं फतेह सिंह सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

जिला स्तरीय वनाधिकार समिति की बैठक हुई सम्पन्न
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