जिला कलक्टर ने किया पीएचईडी कार्यालय का निरीक्षण

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कोटा। जिला कलेक्टर डॉ रविन्द्र गोस्वामी सोमवार को एचडी के अधीक्षण अभियंता कार्यालय पहुंचे और वहां उन्होंने गर्मी के मौसम में पेयजल समस्याओं के समाधान के लिए स्थापित जिला स्तरीय कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया। जिला कलक्टर ने कहा कि कंट्रोल रूम पर शिकायतों के लिए लैंडलाइन के साथ एक व्हाट्सएप नंबर भी उपलब्ध कराया जाए ताकि पेयजल से जुड़ी समस्याओं की मॉनिटरिंग एवं समय पर निस्तारण किया जा सके। उन्होंने कहा कि पेयजल समस्याओं के समाधान के लिए एक अधिकारी इसकी लगातार मॉनिटरिंग करें।
प्राइवेट हॉस्टल, औद्योगिक क्षेत्र से लिए जाए पानी के सैंपल
जिला कलेक्टर ने निरीक्षण के बाद अधिकारियों की बैठक ली जिसमें उन्होंने प्राइवेट हॉस्टल्स एवं औद्योगिक क्षेत्रों में समय-समय पर पानी के सैंपल लेने के निर्देश दिए। उन्होंने प्राइवेट ट्यूबवेल के पानी के भी सैंपल लेने के निर्देश दिए ताकि पानी की गुणवत्ता की जांच हो सके।
डॉ गोस्वामी ने पीएचडी की परियोजनाओं के तहत टंकी एवं पंप हाउस आदि निर्माण के लिए भूमि आवंटन की वर्तमान स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने कोटा विकास प्राधिकरण के साथ समान में स्थापित कर अमृत 2.0 के तहत विभिन्न परियोजनाओं के कार्यादेश जारी होने से पहले ही जमीन आवंटन करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जमीन आवंटन की एनओसी के बिना किसी भी प्रोजेक्ट की डीपीआर तैयार नहीं की जाए। पीएचईडी अभियंताओं ने बताया कि कोटा शहर में 17 जगह चिन्हित की गई हैं इनमें 15 उच्च जलाशय के लिए एवं दो फिल्टर प्लांट के लिए चिह्नित की गई हैं।
जिला कलेक्टर ने समर कंटीन्जेंसी के तहत लिए गए कार्यों की प्रगति की भी जानकारी ली। अधीक्षण अभियंता, वृत कोटा दीपक कुमार झा ने बताया कि समर कंटीन्जेंसी के तहत अभी एक करोड रुपए के 12 कार्य लिए गए हैं जिसमें से आठ कार्य पूरे हो चुके हैं बाकी के कार्य 10 मई तक पूरे कर लिए जाएंगे।
आंवली-रोझड़ी में 15 टंकी लगाकर जलापूर्ति
जिला कलक्टर ने शहर में पेयजल आपूर्ति व्यवस्था की भी जानकारी ली। अधीक्षण अभियंता ने बताया कि मंडाना में पेयजल आपूर्ति के लिए दो प्राइवेट ट्यूबवेल हायर किए गए हैं जिन्हें पीएचईडी पाइपलाइन से जोड़कर पेयजल आपूर्ति की जा रही है। उन्होंने बताया कि आंवली-रोझड़ी में पांच-पांच हजार लीटर क्षमता की 15 टंकी लगाकर उन्हें टैंकरों से भरकर पेयजल आपूर्ति की जा रही है।
डॉ गोस्वामी ने कोचिंग एरिया में डेंगू की रोकथाम के लिए चिकित्सा विभाग के साथ मिलकर एंटी लार्वा एक्टिविटी चलाने और पानी के सैंपल जांच करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने नालों के आसपास खोदे गए प्राइवेट ट्यूबवेल से पानी के सैंपल लेकर पानी की गुणवत्ता जांच करने के निर्देश दिए। उन्होंने गर्मी के मौसम को देखते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में हैंडपंप मरम्मत एवं ट्यूबवेल के कार्य समय पर पूरे करने के निर्देश दिए।

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