जैसलमेर। जिला कलक्टर प्रताप सिंह ने साप्ताहिक समीक्षा बैठक के दौरान बजट घोषणा-2024-25 व 2025-26, फ्लैगशिप योजनाओं, सम्पर्क पोर्टल, हरियालो राजस्थान के साथ जिले की पेयजल एवं विद्युत आपूर्ति व्यवस्था की विस्तार से अधिकारियों के साथ समीक्षा की। उन्होंने आंधियों के कारण क्षतिग्रस्त हुए विद्युत पोलों की जानकारी लेते हुए अधीक्षण अभियंता विद्युत को निर्देश दिए कि वे टीमें लगाकर तत्परता के साथ विद्युत पोलो को दुरुस्त करके विद्युत सप्लाई शुरु करें। उन्होंने जिले में पेयजल एवं विद्युत आपूर्ति व्यवस्था पर विशेष फोकस रखने के निर्देश दिए एवं साथ ही कहा कि लोगों को समय पर पीने का पानी मिलें।
जिला कलक्टर ने सोमवार को जिला कलक्ट्री सभागार में आयोजित साप्ताहिक समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिए। बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिलापरिषद रश्मि रानी, अतिरिक्त जिला कलक्टर परसाराम के साथ ही अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
फ्लैगशिप योजनाओं को लें प्राथमिकता से
जिला कलक्टर ने बैठक में फ्लैगशिप योजनाओं की विस्तार से समीक्षा करते हुए संबंधित विभागीय जिला अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे इसको प्राथमिकता से लें एवं योजना में आवंटित लक्ष्यों की विभाग स्तर से पूरी जानकारी प्राप्त कर मासिक कार्ययोजना बना कर लक्ष्यों की उपलब्धी अर्जित करावें एवं योजनाओं से पात्र लोगों को लाभान्वित करें। उन्होंने इसकी सत्त मॉनेटरिंग करने पर भी जोर दिया।
बजट घोषणाओं की समय पर हो क्रियान्विति
उन्होंने बैठक में विभागवार बजट घोषणाओं की प्रगति की विस्तार से समीक्षा की एवं कहा कि अधिकांश घोषणाओं में भूमि का आवंटन कर दिया गया है। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि अभी भी बजट घोषणा में किसी विभाग को भूमि आवंटन करानी हो तो तत्काल ही करवा दें। उन्होंने बजट घोषणाआंे की क्रियान्विति समय पर कराने के निर्देश दिए।
गर्मी जनित बीमारियों के उपचार के पुख्ता रहे प्रबंध
उन्होंने मुख्य चिकित्सा एव स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए कि वे गर्मी जनित बीमारियों के उपचार के लिए सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर पुख्ता प्रबंध रखें।
सम्पर्क पोटर्ल मे दर्ज प्रकरणो का समय पर करें निस्तारण
उन्होने बैठक में सम्पर्क पोर्टल में दर्ज प्रकरणों एवं निस्तारित प्रकरणों की विभागवार विस्तार से समीक्षा की एवं अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे 30 दिवस से अधिक बकाया प्रकरणों को निस्तारित कर शून्य की स्थिति में लावें एवं निस्तारित प्रकरणों को संतुष्टि के प्रतिशत को भी बढ़ावें।



