टोंक। देवली-उनियारा विधानसभा उप-चुनाव के दौरान 13 नवंबर को ग्राम समरावता में निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा द्वारा उप-खण्ड अधिकारी मालपुरा अमित चौधरी के थप्पड़ मारने की घटना के पश्चात गांव में हुई पत्थरबाजी एवं आगजनी की घटना के पश्चात शुक्रवार को जिला कलेक्टर डॉ. सौम्या झा एवं पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान ने गांव पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। इस मौके पर दोनों जिला अधिकारियों ने घटना स्थल का दौरा किया तथा ग्रामीणों से बात कर घटनाक्रम की जानकारी हासिल की। जिला कलेक्टर ने कहा कि घटनाक्रम के दौरान लापता, घायल लोगों की तलाश की जा रही है। उन्होने कहा कि पूरे घटनाक्रम में किसी की जनहानि नहीं हुई है, जिला प्रशासन ग्रामीणों के साथ है। ग्रामीणों की समरावता गांव को देवली उपखंड के स्थान पर उनियारा उपखंड में शामिल करने की मांग को लेकर जिला कलेक्टर ने कहा कि इस गांव के ग्रामीण 30 अक्टूबर को अपनी इस मांग को लेकर हमारे पास आए थे, तब उन्हें आश्वासन दिया गया था कि देवली-उनियारा विधानसभा क्षेत्र में भारत निर्वाचन आयोग द्वारा आचार संहिता लगी होने के कारण उनकी मांग पर कार्रवाई किया जाना संभव नहीं था। उन्होंने ग्रामीणों को विश्वास दिलाया कि आचार संहिता समाप्त होने के बाद उनकी मांगों एवं समस्याओं को उच्च स्तर पर भिजवाया जाएगा। जिला कलेक्टर ने कहा कि 13 नवंबर को हुए घटनाक्रम को लेकर सभी लोगों के बयान लिये जा रहे है, गांव में अब स्थिति सामान्य है, एक-एक घटना की विस्तार से समीक्षा की जा रही है। बयानों एवं जांच के आधार पर विस्त्रित रिपोर्ट तैयार की जायेगी, प्रभावित सभी ग्रामीणों की बात को सुना जाएगा एवं निष्पक्ष तरीके से कार्रवाई को अंजाम दिया जाएगा।

जिला कलेक्टर एवं एसपी ने समरावता गांव में घटनास्थल का लिया जायजा
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