जलग्रहण विकास एवं भू संरक्षण निदेशक एवं पदेन संयुक्त शासन सचिव ने वाटरशेड के कार्यों व विभागीय योजनाओं की समीक्षा कर दिए निर्देश

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चूरू। जलग्रहण विकास एवं भू संरक्षण निदेशक एवं पदेन संयुक्त शासन सचिव मुहम्मद जुनैद ने शनिवार को जिला परिषद सभागार में वाटरशेड अधिकारियों की बैठक में वाटरशेड के कार्यों व विभागीय योजनाओं की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वाटरशेड कार्यों को समय पर पूरा करें तथा निर्माण कार्यों में गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए ताकि योजनाओं का दीर्घकालिक लाभ मिल सके। उन्होंने मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के प्रथम चरण की समीक्षा करते हुए कहा कि जिन ब्लॉकों में कार्य अपेक्षाकृत धीमी गति से चल रहा है, उन कार्यों में त्वरतता लाएं तथा यथाशीघ्र कार्य पूरे करवाएं। उन्होंने विकास कार्यों को लेकर अधिकारियों को अतिरिक्त प्रयास करने और योजना की निर्धारित अवधि के भीतर उच्च गुणवत्ता के साथ कार्यों को पूरा करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि योजनाओं का लाभ लक्षित लाभार्थियों तक पहुंचना चाहिए। अधिकारी नियमित रूप से विकास कार्यो की मॉनीटरिंग करेें। किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने बैठक में मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान प्रथम व द्वितीय चरण, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना 2.0 की प्रगति की समीक्षा की एवं समय पर लक्ष्य अर्जित करने के निर्देश दिए। सीईओ श्वेता कोचर ने ग्रामीण विकास एवं वाटरशेड अधिकारियों को अपेक्षित कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इस दौरान अतिरिक्त निदेशक मुख्यालय धर्मपाल, सीईओ श्वेता कोचर, वाटरशेड अधीक्षण अभियंता मजहर हुसैन, अधिशाषी अभियन्ता मुख्यालय संजय शर्मा सहित उद्यानिकी, वन, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभागों के ब्लॉक स्तरीय एवं जलग्रहण विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

जोहड़ टांका निर्माण व चरागाह कार्यों का किया निरीक्षण
जलग्रहण विकास एवं भू संरक्षण निदेशक एवं पदेन संयुक्त शासन सचिव मुहम्मद जुनैद ने ग्राम पंचायत रतनसरा के ग्राम चक जालेऊ में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना अन्तर्गत जोहड़ टांका निर्माण एवं चारागाह कार्यों का निरीक्षण किया एवं कार्यों की गुणवत्ता के सम्बंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने चक जालेऊ में एक स्थानीय कृषक के खेत में एलोवेरा खेती का अवलोकन कर किसान से एलोवेरा की खेती की तकनीकों, उपज और बाजार संबंधी जानकारी प्राप्त की। एलोवेरा जैसी नकदी फसलों की संभावनाओं को देखते हुए, उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे ऐसी लाभदायक खेती को बढ़ावा देने के लिए योजना के तहत किसानों को अधिक से अधिक लाभान्वित करें। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की पहल से किसानों की आय में वृद्धि व कृषि क्षेत्र के विकास की संभावनाएं देखें।

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