खास कार्यक्रम शौर्य पथ में हमने इस सप्ताह ब्रिगेडियर श्री डीएस त्रिपाठी जी (सेवानिवृत्त) से जानना चाहा कि अमेरिकी एनएसए जेक सुलिवन की भारत यात्रा के उद्देश्य क्या थे और यह कितनी सफल रही? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरा कार्यकाल शुरू करने के कुछ दिनों बाद, भारत और अमेरिका व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन की नई दिल्ली यात्रा के दौरान उच्च प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने पर सहमत हुए। उन्होंने कहा कि सुलिवन ने यात्रा के दौरान मोदी, भारतीय विदेश मंत्री और अपने भारतीय समकक्ष से मुलाकात की और कहा की कि दोनों देश घनिष्ठ संबंधों को और आगे बढ़ाएंगे।
ब्रिगेडियर श्री डीएस त्रिपाठी जी (सेवानिवृत्त) ने कहा कि सुलिवन की यात्रा का मुख्य फोकस रक्षा, सेमीकंडक्टर, 5जी वायरलेस नेटवर्क और कृत्रिम बुद्धिमत्ता सहित उच्च-प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में अधिक निकटता से सहयोग करने के लिए पिछले साल जनवरी में दोनों देशों द्वारा शुरू की गई एक ऐतिहासिक पहल पर भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ चर्चा करना था। उन्होंने कहा कि देखा जाये तो चीन का मुकाबला करने के उद्देश्य से शुरू की गई यह पहल दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि मोदी के नए प्रशासन के शुरुआती दिनों में सुलिवन की यात्रा से संकेत मिलता है कि अमेरिका दोनों देशों के बीच उच्च प्रौद्योगिकी साझेदारी में गति बनाए रखना चाहता है।