धरियावद। धरियावद धर्म नगरी में गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर अखिल विश्व गायत्री परिवार शक्तिपीठ धरियावद द्वारा हरसोला में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ प्रज्ञा पुत्र मोहन खिहुरि के सान्निध्य में नवकुंडीय यज्ञ सम्पन्न हुआ, जिसमें धरियावद व् आसपास की कई ग्राम पंचायतों के गायत्री परिवारों के सदस्यों ने भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान प्रज्ञा पुत्र रूपलाल सुखलाल ने गुरु पूर्णिमा के आध्यात्मिक महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यह पर्व आत्मा, महात्मा और परमात्मा के मिलन का मार्ग प्रशस्त करता है। जीवन में गुरु का मार्गदर्शन आवश्यक है, जो व्यक्ति को अध्यात्म के शिखर तक पहुंचाने में सहायक होता है। यज्ञ एवं हवन पूर्ण होने के पश्चात ज्योति कलश यात्रा की तैयारियों को लेकर धरियावद तहसील क्षेत्र के विभिन्न ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधियों, वरिष्ठजन एवं प्रज्ञा से जुड़े कार्यकर्ताओं, व माता बहिनो कार्यकर्ताओं की विशेष बैठक आयोजित की गई। बैठक में यात्रा की सफलता, स्वागत, रात्रि विश्राम, जन-जन तक संदेश पहुंचाने और आयोजन से संबंधित व्यवस्थाओं पर विस्तृत चर्चा हुई। जानकारी के अनुसार, ज्योति कलश यात्रा 21 अगस्त को ग्राम पंचायत पिपलिया से धरियावद में प्रवेश करेगी। यह 10 दिवसीय यात्रा 31 अगस्त 2025 को लिम्बरवाड़ा में बांसवाड़ा जिले की नरवाली पंचायत में स्वागत के सम्पन्न होगी। उक्त जानकारी निरंजन दडगा द्वारा दी गई। कार्यक्रम का संचालन भवर लाल माहेश्वरी ने किया।

धरियावद : गुरु पूर्णिमा पर धरियावद में गायत्री परिवार द्वारा नवकुंडी यज्ञ एवं ज्योति कलश यात्रा की बैठक आयोजित
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