जयपुर। जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री बाबूलाल खराड़ी ने सोमवार को विधानसभा में आश्वस्त किया कि चित्तौड़गढ़ विधानसभा क्षेत्र में माडा तथा बिखरी क्षेत्र में आने वाले गांवों में प्रस्ताव प्राप्त होने पर प्राथमिकता से विकास कार्य करवाए जाएंगे।
जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री प्रश्नकाल के दौरान सदस्य द्वारा इस संबंध में पूछे गए पूरक प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने बताया कि माडा तथा बिखरी क्षेत्र अन्तर्गत आने वाले गावों में विकास करने के लिए इन क्षेत्रों में जनजाति जनसंख्या, संसाधनों तथा बजट उपलब्धता एवं अन्य क्षेत्रों के सापेक्ष मांग के आधार पर नवीन कार्यों की स्वीकृति हेतु निर्णय लिया जाता है।
इससे पहले विधायक चन्द्रभान सिंह चौहान के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री ने कहा कि विधानसभा क्षेत्र चित्तौड़गढ़ की पंचायत समिति चित्तौडगढ़ एवं पंचायत समिति भदेसर में अनुसूचित क्षेत्र में कोई गांव नहीं आता है। उन्होंने पंचायत समिति चित्तौडगढ़ में परावर्तित क्षेत्र विकास उपागम (माडा) क्षेत्र अन्तर्गत आने वाले 41 गांवों तथा बिखरी क्षेत्र में आने वाले 228 गांवों की सूची सदन के पटल पर रखी। उन्होंने बताया कि पंचायत समिति भदेसर के 169 गांव बिखरी क्षेत्र अंतर्गत सम्मिलित हैं।
उन्होंने विगत चार वर्षों में विभाग द्वारा संचालित बिखरी योजना में किए गए स्वीकृत कार्य की सूची सदन के पटल पर रखी। खराड़ी ने कहा कि जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग द्वारा पंचायत समिति चित्तौडगढ़ में बिखरी क्षेत्र अंतर्गत आश्रम छात्रावास विजयपुर घाटा का निर्माण कराया गया है। उल्लेखित 41 गांवों के स्थानीय प्रशासन स्तर से उपयुक्त पात्र प्रस्ताव प्राप्त नहीं होने से कार्य स्वीकृत नहीं हो पाए हैं।


