डेगाना। शहर के ग्राम ईड़वा में गुरुवार से प्रारंभ हुई श्रीमद्भागवत कथा के छठे दिन त्रिवेणी धाम, जयपुर के प्रसिद्ध संत ब्रह्मपीठाधीश्वर खोजी द्वाराचार्य श्री राम रिछपाल दास महाराज सोमवार को ईड़वा पहुंचे जहां उनके दर्शन व स्वागत के लिए आसपास के ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी। शिव मंदिर से ऊंट घोड़े के लवाजमे के साथ संत को खुली जीप में बैठाकर शोभायात्रा के माध्यम से नारायण निवास बस स्टेंड स्थित कथा स्थल लाया गया। जहां रास्ते में ग्रामीणों ने पंक्तिबद्ध होकर पुष्प वर्षा कर भावभीना स्वागत करते हुए जयकारे लगाकर वातावरण को भक्तिमय कर दिया। संत राम रिछपालदास दास महाराज ने अपने प्रवचन में कृष्ण गोपियों, कृष्ण विदुर, कृष्ण सुदामा आदि चरित्रों पर प्रकाश डालते हुए प्रेम को ईश्वर प्राप्ति का एकमात्र साधन बतलाया। साथ ही भागवत की महत्ता को विभिन्न दृष्टांतो से सरल रूप में समझाया। संत ने भौतिकवादी जीवन शैली से दूर रहकर मर्यादित जीवन जीने को समय की आवश्यकता बतलाया। प्रवचन के पश्चात महाराज ने अपने हाथों से प्रसाद का वितरण भी किया। कथाकार डाॅ. कमलेश शास्त्री ने मगंलवार को कंस उद्धार, द्वारिका लीला व कृष्ण रुक्मिणी विवाह से संबंधित कथानको की प्रस्तुति दी। गोकुल में राधा गोपियों के पात्रों में, स्नेहा , मनस्वी, शैलजा,वैदेही, आदित्य, इशिता हृदया,शिवाम्बिका , राघवी, राजल, आव्या , त्रिअंबिका आदि ने सजीव प्रस्तुति दी। कृष्ण रुक्मिणी के विवाह पर ग्रामीण महिलाओं द्वारा मंगल गीत गाए गए। सोमवार रात्रि 9 बजे ईड़वा में संगीतमय सुंदर कांड का पाठ भी किया गया। मंगलवार को कथा में रामप्रताप सिंह गागुड़ा, सत्यदेव मेड़ता एडवोकेट, मनोहर सिंह, चंदन सिंह महेचा, राम सिंह बरना, महावीर सिंह सिरसला, जसवंत नांद आदि उपस्थित रहे। मगंलवार को भागवत कथा की अंतिम अध्याय के पश्चात पूर्णाहुति का आयोजन किया जायेगा।

डेगाना : राम रिछपाल महाराज त्रिवेणी धाम का ईड़वा में शोभायात्रा द्वारा भव्य स्वागत
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