दुबई के क्राउन प्रिंस शेख हमदान बिन मोहम्मद अल मकतूम फ़ज़ा के नाम से भी जाना जाता है। 8 अप्रैल को भारत आ चुके हैं। उनका औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर के साथ स्वागत किया गया और हवाई अड्डे पर राज्य मंत्री सुरेश गोपी ने उनकी अगवानी की। दुबई के क्राउन प्रिंस शेख हमदान बिन मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम भारत आने पर दिल्ली एयरपोर्ट पर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। दुबई के क्राउन प्रिंस, यूएई के उप प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री शेख हमदान बिन मोहम्मद अल मकतूम 8-9 अप्रैल को भारत आएंगे। यह उनकी भारत की पहली आधिकारिक यात्रा होगी। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर आ रहे हैं।
बयान में यह भी कहा गया था कि यह यात्रा भारत-यूएई व्यापक रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करेगी और दुबई के साथ हमारे बहुआयामी संबंधों को नई ऊंचाइयां प्रदान करेगी। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, फ़ज़ा ने दुबई के प्रसिद्ध रशीद स्कूल फ़ॉर बॉयज़ से अपनी शैक्षणिक यात्रा शुरू की, जिसकी स्थापना 1986 में अमीरात के पहले शासक ने की थी। इसके बाद वे सैंडहर्स्ट में अध्ययन करने के लिए यूके चले गए, जो मध्य पूर्वी राजघरानों द्वारा पसंद की जाने वाली एक प्रतिष्ठित सैन्य अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी है। बाद में लंदन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स में भाग लिया। 2008 से, उन्होंने दुबई के क्राउन प्रिंस की उपाधि धारण की है, क्योंकि उनके भाई शेख राशिद को इस पद के लिए नहीं चुना गया था (राशिद का 2015 में 33 वर्ष की आयु में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था।

बेटी का नाम हिंद, 33,500 करोड़ की संपत्ति, लग्जरी लाइफस्टाइल जान कर फटी रह जाएंगी आंखें
ram