लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 09 सीटों पर होने वाला उपचुनाव लड़ा जाये या नहीं, इसको लेकर एक तरफ कांग्रेस दुविधा में नजर आ रही है तो दूसरी ओर समाजवादी पार्टी की बैसाखी के सहारे वह जीत की उम्मीद भी लगाये बैठी है। इसी उहापोह में उलझी कांग्रेस, सपा पर दबाव बनाने में कामयाब नजर आ रही है। कांग्रेस की दबाव की राजनीति के चलते  सपा ने कांग्रेस को फूलपुर विधान सभा सीट भी देने के संकेत दिए हैं। यह सीट कांग्रेस के खाते में चली जाती है तो कांग्रेस को मिली सीटों की संख्या तीन हो जायेगी।
इसी बात को आधार बनकार दोनों दलों के नेताओं द्वारा कहा जा रहा है कि सपा- कांग्रेस का गठबंधन कायम रहेगा, लेकिन तीन सीटें मिलने की संभावना के बाद भी कांग्रेस के चुनाव लड़ने पर अभी संशय बना हुआ है। उपचुनाव पर अंतिम फैसला आजकल में हो जायेगा। क्योकि चुनाव के लिये नामांकन की अंतिम तिथि 25 अक्टूबर है। बहरहाल,ऐसा लगता है कि यूपी उप चुनाव को लेकर एक तरफ सपा के साथ सीटों के समझौते को लेकर कांग्रेस अड़ी जरूर हुई है,मगर उसे चुनाव लड़ने पर हार का डर भी सता रहा है। अर्थात कांग्रेस अडी और डरी दोनो ही है। 

यूपी उपचुनाव को लेकर अड़ी और डरी कांग्रेस
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