बारां। जिला मुख्यालय स्थित पुलिस लाइन परिसर में गुरुवार को सिविल डिफेन्स प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य आपदा के समय आमजन की सुरक्षा, राहत एवं बचाव कार्यों की प्रभावी रूपरेखा तैयार करना तथा संबंधित विभागों को तकनीकी व व्यावहारिक जानकारी देना रहा।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिला परिषद के सीईओ राजवीर सिंह चौधरी, जिला रसद अधिकारी अनिल चौधरी, होमगार्ड कमांडेंट सीमा पारिक, तहसीलदार दशरथ मीणा, सब इंस्पेक्टर गजेन्द्र सिंह सिसोदिया सहित होमगार्ड के जवान, राजस्व विभाग के कर्मचारी, सिविल डिफेन्स प्रशिक्षण टीम के सदस्य तथा अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत में प्रतिभागियों को सिविल डिफेन्स की भूमिका, महत्व और कार्य प्रणाली से अवगत कराया गया। प्रशिक्षण टीम ने आपदा की पूर्व चेतावनी प्रणाली, राहत और बचाव कार्यों की प्राथमिकता, आपातकालीन समय में समन्वय, भीड़ नियंत्रण, प्राथमिक उपचार, तथा आगजनी, बाढ़ और भूकंप जैसी आपदाओं के दौरान की जाने वाली प्रभावी कार्रवाइयों की विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर जीवंत डेमो के माध्यम से आग बुझाने की तकनीक, घायल व्यक्ति को सुरक्षित स्थान तक पहुंचाने के तरीके, तथा बेसिक लाइफ सपोर्ट जैसी महत्वपूर्ण प्रक्रियाएं भी सिखाई गईं। होमगार्ड एवं राजस्व विभाग के कर्मचारियों ने टीमों में बंटकर विभिन्न परिस्थितियों का अभ्यास किया।
सीईओ राजवीर सिंह चौधरी ने कहा कि सिविल डिफेन्स प्रशिक्षण समय की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की आपदाओं से निपटने के लिए प्रशासन, पुलिस व अन्य विभागों को मिलकर प्रशिक्षित होना अत्यंत आवश्यक है। यह प्रशिक्षण हमारी टीम को आपदा के समय त्वरित और प्रभावी कार्रवाई करने में सक्षम बनाएगा। कमांडेंट सीमा पारीक ने कहा कि सिविल डिफेन्स केवल एक प्रशिक्षण नहीं, बल्कि एक जिम्मेदारी है, जिसे हर सरकारी कार्मिक और आम नागरिकों को गंभीरता से लेना चाहिए।

पुलिस लाइन में हुआ सिविल डिफेन्स प्रशिक्षण, आपदा प्रबंधन के तहत राहत एवं बचाव के गुर सिखाए
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