– गेंदालाल कुमावत की कहानी, जिनका वर्षों पुराना सपना हुआ साकार
चित्तौड़गढ़। ग्राम बाड़ी निवासी गेंदालाल कुमावत पुत्र ओमप्रकाश कुमावत का मकान वर्षों से उनके कब्जे में था, लेकिन उसके दस्तावेजी अधिकार नहीं थे। यह घर उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था, परंतु वैधानिक रूप से यह अधिकार उन्हें नहीं मिला था। समय के अभाव और जानकारी के अभाव में वे पहले इस दिशा में कोई कार्यवाही नहीं कर पाए थे। जब पंडित दीनदयाल उपाध्याय अन्त्योदय संबल पखवाड़ा 2025 के अंतर्गत ग्राम पंचायत बाड़ी में 26 जून बुधवार को बहुविभागीय सेवा शिविर आयोजित होने की जानकारी मिली, तो उन्होंने तुरंत ग्राम विकास अधिकारी से संपर्क कर पट्टा प्राप्त करने की प्रक्रिया की जानकारी ली। उन्होंने आवश्यक दस्तावेज एकत्र कर समय रहते आवेदन जमा करवाया। निर्धारित शिविर दिवस पर उपखंड अधिकारी, विकास अधिकारी, तहसीलदार एवं अन्य अधिकारियों की गरिमामयी उपस्थिति में गेंदालाल को उनके आवासीय भूखंड का वैध पट्टा प्रदान किया गया। इस पट्टे के मिलने से न केवल उन्हें अपने घर का कानूनी हक मिला, बल्कि आत्मसम्मान और सुरक्षा की भावना भी प्राप्त हुई। गेंदालाल ने राजस्थान सरकार, माननीय मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा, विधायक
श्रीचंद कृपलानी, जिला कलक्टर एवं उपखंड प्रशासन का हृदय से आभार प्रकट करते हुए कहा –”यह सिर्फ एक कागज़ नहीं, मेरे सपनों की नींव है।”

चित्तौड़गढ़ : सफलता की कहानी, “सपनों को मिली जमीन – मिला पुश्तैनी घर का अधिकार”
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