– पीड़ित परिवार ने बीज निगम के पूर्व निदेशक चर्मेश शर्मा को बताई पीड़ा
– बुधवार से क्षतिग्रस्त मकान के बाहर ही आमरण अनशन पर बैठेगा परिवार
बूंदी। बूंदी सदर बाजार कहार मोहल्ले में 16 सितंबर रात को अतिवृष्टि से मकान गिरने के बावजूद अभी तक सप्ताह भर बाद भी प्रशासन या किसी भी विभाग के जिम्मेदार अधिकारी ने पीड़ित परिवार की सुध नहीं ली है।सप्ताह भर से परिवार के सदस्य आवास और भोजन के लिये भी मोहल्ले वासियों की मदद पर निर्भर है।वही मकान का एक ओर हिस्सा सघन आवागमन वाली सार्वजनिक गली में गिरने का खतरा बना हुआ है।
प्रशासन ने हमें भगवान भरोसे छोड़ा….- पीड़ित परिवार ने सोमवार को राजस्थान बीज निगम के पूर्व निदेशक पीसीसी सदस्य चर्मेश शर्मा से मदद मांगी। इसके बाद शर्मा ने सदर बाजार कहार मोहल्ले में मौके पर पहुंचकर क्षतिग्रस्त मकान की स्थिति देखी और पीड़ित परिवार के सदस्यों से मिले।परिवार के सदस्य रमेश कहार ने शर्मा से कहा कि प्रशासन ने हमें भगवान भरोसे छोड़ दिया है और अभी भी सार्वजनिक गली की ओर क्षतिग्रस्त दीवार गिरकर मकान दीवार गिरकर बड़ी दुर्घटना घटित हो सकती है।कहार ने कहा कि उन्होंने प्रशासन की संवेदनहीनता के विरोध में बुधवार से क्षतिग्रस्त मकान के बाहर ही आमरण अनशन करने का निर्णय लिया है।इस अवसर पर परिवार के सदस्य राम कहार,रुक्मणी कहार,दुर्गाशंकर कहार,जितेंद्र डागर, एनएसयूआई शहर अध्यक्ष अमन राठौर,महावीर कहार, सूरज कहार भी उपस्थित रहे।
कभी भी सार्वजनिक गली में गिर सकती है दीवार- परिवार के सदस्यो ने मौके पर बताया कि मकान में जो हिस्सा गिरा है उसे सटा हुआ हिस्सा पर सार्वजनिक गली की तरफ जमीन से लगभग 36 फीट की ऊंचाई पर दीवार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो रही है। जो कभी भी सघन आवागमन वाली संकरी सार्वजनिक गली में गिर सकती है।जिससे बड़ी दुर्घटना घटित हो सकती है।परिवार के सदस्यों ने कहा कि हम इस दीवार को हटाने की कोशिश करें तो हमारे साथ भी अनहोनी हो सकती है। इसलिए प्रशासन की निगरानी में ही यहां पर सार्वजनिक गली को बंद कर सुरक्षा उपायों के साथ क्षतिग्रस्त दीवार को हटाना पड़ेगा।
प्रशासन की घोर संवेदनहीनता – शर्मा
राजस्थान बीज निगम के पूर्व निदेशक पीसीसी सदस्य चर्मेश शर्मा ने कहा कि इस साल पूरे जिले में शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में भारी बारिश हुयी है। ऐसे में अतिवृष्टि से बूंदी जिला मुख्यालय पर शहर के बीचो-बीच सघन बस्ती में एक मकान के गिरने के सप्ताह भर बाद भी जिला प्रशासन और जिम्मेदार अधिकारियों का मौके पर नहीं पहुंचना घोर संवेदनहीनता है।शर्मा ने कहा कि उन्होंने सारी स्थिति देखी है।क्षतिग्रस्त मकान से सटी हुयी दीवार लगभग 36 फीट नीचे सार्वजनिक गली में कभी भी गिर सकती है जिससे और दुर्घटना हो सकती है। शर्मा ने कहा कि जिला प्रशासन व बूंदी नगर परिषद को तत्काल इस विषय में अधिकारियों की टीम बनाकर मौके का सर्वे करना चाहिये और पीड़ित परिवार की सुध लेकर मकान का जो हिस्सा अभी भी गिरने की स्थिति में है उसे सुरक्षा उपायों के साथ हटाना चाहिये। शर्मा ने कहा कि बुधवार से वे स्वयं भी पीड़ित परिवार के साथ आमरण पर बैठेंगे।

बूंदी : अतिवृष्टि से मकान गिरने के सप्ताह भर बाद प्रशासन ने नहीं ली सुध
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