बूंदी। प्रदेश के 314 राजकीय कन्या महाविद्यालयों में महिला प्रकोष्ठ के अन्तर्गत कॉलेज में अध्ययनरत छात्राओं को अब सशक्त बनाया जाएगा। उन्हें आत्मरक्षा के विशेष कौशल सिखाए जाएंगे, जिससे वे किसी भी आपात स्थिति या छेड़छाड़ की घटना में स्वयं की रक्षा कर सकें और असामाजिक तत्वों को उचित उत्तर दे सकें। प्रदेश में महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराधों को देखते हुए कॉलेज शिक्षा आयुक्तालय द्वारा यह एक नवाचारपूर्ण पहल की जा रही है। इस पहल के अंतर्गत, बूंदी के राजकीय कन्या महाविद्यालय में रानी लक्ष्मीबाई केंद्र के माध्यम से 2 अगस्त से आत्मरक्षा शिविर में प्रशिक्षण प्रारंभ कर दिया गया है । इन केंद्रों में महाविद्यालय की छात्राओं को चार सप्ताह का प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिसमें उन्हें आत्मरक्षा के विभिन्न उपायों और तकनीकों का अभ्यास कराया जाएगा, ताकि वे स्वयं को सुरक्षित रख सकें। प्रशिक्षण पूर्णतः निःशुल्क रहेगा तथा यह 25 से 50 छात्राओं के समूहों में आयोजित किया जाएगा। प्रशिक्षण का आयोजन कॉलेज प्रशासन और पुलिस विभाग के सहयोग से किया जाएगा। प्रशिक्षण पूर्ण होने के पश्चात छात्राओं को प्रमाण पत्र भी प्रदान किया जाएगा। आयुक्तालय कॉलेज शिक्षा द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार, प्रशिक्षण हेतु छात्राओं को ऑनलाइन पंजीकरण करना अनिवार्य होगा। प्रशिक्षण के अंत में मूल्यांकन भी किया जाएगा। राजकीय कन्या महाविद्यालय बूंदी के प्राचार्य डॉ. संदीप यादव ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि रानी लक्ष्मीबाई केंद्रों की स्थापना छात्राओं को आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी बनाने की दिशा में एक प्रभावी कदम है। इससे छात्राएं न केवल अपनी सुरक्षा स्वयं कर सकेंगी, बल्कि निर्भीक होकर कहीं भी आ-जा सकेंगी।

बूंदी : महिला सुरक्षा की दिशा में बड़ा कदम, प्रदेश के 314 महाविद्यालयों में आत्मरक्षा प्रशिक्षण
ram


