टोंक। बरोनी थाना क्षैत्र में बीती रात एक युवक की अपनी ही बोलेरो कार आग लग जाने से जिंदा जल जाने से मौत हो गई। बरौनी थाना पुलिस द्वारा मृतक का शव सआदत अस्पताल टोंक लाया गया, जहां आक्रोशित परिजनों ने युवक की हत्या का आरोप लगाकर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में तोडफ़ोड़ कर दी, वहीं मृतक के परिजनों ने शव लेने से मनाकर ग्रामीणों के साथ कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन कर युवक के हत्यारों को बचाने का पुलिस पर गम्भीर आरोप लगाते हुये अपराधियों को बचाने का आरोप लगाते हुये कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग की। मिली जानकारी के अनुसार बरोनी थाना क्षेत्र में स्टेट हाई-वे 117 सोहेला-डिग्गी मार्ग स्थित गावँ हाड़ीखुर्द के पास बीती रात एक बोलेरो कार बुरी तरह जल रही थी तथा उसकी ड्राईवर सीट पर सदर थाना क्षेत्र के यूसुफ पुरा चराई निवासी (32) वर्षीय हेमराज बैरवा पुत्र अमरा राम (चालक) जिंदा जलकर मरा पड़ा था। हालांकि अभी तक कार में आग लगने का वास्तविक कारणों का पता नहीं चला है, लेकिन मृतक के परिजनो एवं ग्रामीणों ने युवक की हत्या करने की आशंका जताते हुए इसकी निष्पक्ष जांच कर हत्यारों को गिरफ्तार करने एवं आर्थिक सहायता देने की मांग को लेकर रविवार को कलेक्ट्रेट पर करीब 4 घण्टे से ज़्यादा समय तक प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने कुछ देर के लिए कलेक्ट्रेट के बाहर जाम लगाने का भी प्रयास कियाए लेकिन पुलिस ने उन्हे रोक दिया। इस दौरान मृतक के परिजनों सहित पूर्व विधायक कमल बैरवा, भीम जिलाध्यक्ष अशोक बैरवा आदि लोगों के साथ अति. पुलिस अधीक्षक बृजेन्द्र सिंह भाटी, वृत्ताधिकारी टोंक राजेश विद्यार्थी, पीपलू सीओ जयमल, बरोनी सीओ मानवेन्द्र सिंह, कोतवाली थानाधिकारी भंवरलाल एवं पुरानी टोंक थानाधिकारी उदयवीर सिंह आदि की चली वार्ता के बाद मृतक के परिजन पोस्टमार्टम के लिए राजी होने पर शव का पोस्टमार्टम हो सका। परिजनों ने पुलिस को लिखित में शिकायत सौंपकर युवक को जिन्दा जलाकर हत्या करने का आरोप लगाते हुये बताया कि हेमराज को कार की सीट से बांधकर आग लगाकर मार दिया है। मृतक के पिता का आरोप है कि उन्होंने हेमराज के कॉल आने के बाद किसी अनहोनी के चलते तुरंत ही सदर व बरौनी थाना पुलिस को सूचना दी थी एवम मदद मांगते हुए सोहेला डिग्गी स्टेट हाई.वे पर स्थित हेमराज की लोकेशन बताई थी। परिजनों का आरोप है कि वह अपने गांव से लगभग 25 किलोमीटर का सफर तय कर जब हाड़ीकलां टोल प्लाज़ा से आगे पहुंचे तो वहां उन्हें आग का गोला बनी गाड़ी में हेमराज बैरवा की लाश आधा अंदर व आधा बाहर लटकी अवस्था में पड़ी हुई थी। परिजनों ने पुलिस व दमकल पर दो घंटे देरी से मौके पर पहुंचने का भी आरोप लगाया है।
वृत्ताधिकारी टोंक राजेश विद्यार्थी ने बताया कि जिस तरह की घटना सामने आयी वह निश्चित रूप से संदेहास्पद मौत की है। पुलिस ने एफएसएल टीम से भी घटनास्थल की जांच करा कर मोबाईल की कॉल डिटेल भी खंगाली जा रही है।
शव अस्पताल लाये जाने के बाद हुआ हंगामा
हेमराज के शव को अस्पताल में लाये जाने के बाद बड़ी संख्या में परिजन व ग्रामीण जिला मुख्यालय के सआदत अस्पताल पहुंचे व वहां पुलिस के खि़लाफ आक्रोश जताते हुए इमरजेंसी वार्ड के गेट पर लगे शीशों में तोडफ़ोड़ शुरू कर दी। अस्पताल में तोडफ़ोड़ किये जाने की सूचना के बाद कोतवाली व पुरानी टोंक थाना पुलिस के ज़ाप्ते के अलावा वृत्ताधिकारी राजेश विद्यार्थी भी अस्पताल पहुंचे, लेकिन उन्हें भी यहां आक्रोश का सामना करना पड़ा। परिजनों ने बताया कि मृतक बोलेरो मालिक हेमराज बैरवा ने घटना के समय अपनी लोकेशन नाथड़ी गांव के पास बताते हुए अपने भाई व पत्नि को पहले अपने व बाद में एक अन्य किसी नंबर से कॉल करते हुए अपने आपको बचाये जाने की भी गुहार लगायी, मृतक हेमराज बैरवा युसूफपुरा चरांई गांव का रहने वाला था और सुबह गोवर्धन पूजा के बाद अपनी टेक्सी नंबर गाड़ी को लेकर घर से किसी बुकिंग में जाने की बात कहकर निकला था। बहरहाल पुलिस ने मेडिकल बोर्ड से शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों के हवाले कर दिया। इधर पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान ने भी घटनास्थल का जायजा लेकर कहा है कि पुलिस हर पहलू से मामले की जांच कर रही है। ग्रामीणों ने बताया कि हेमराज बैरवा अपनी बोलेरो को ईसरदा बांध प्रोजेक्ट पर ठेके पर लगाकर अपना जीवन यापन करता था। तथा अपने परिवार में यही कमाने वाला था।

बोलेरो कार में लगी आग, जिंदा जलने से युवक की मौत, परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप
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