बिजयनगर। कस्बे में एक बेटी ने अपनी मां की अर्थी को कंधा दिया। बिजयनगर निवासी हंसराज वाल्मीकि की धर्म पत्नी श्री मती कांता वाल्मीकि का आकस्मिक निधन हो गया था। परिवार में इकलौती पुत्री कविता वाल्मीकि ने बेटे का फर्ज निभाया। अर्थी को कंधा देने के साथ ही मुखाग्नि दी। इस तरह एक बेटी ने मां की सेवा करने के बाद अंतिम संस्कार तक के अपना कर्तव्य निभा कर समाज के लिए मिसाल पेश की।

बिजयनगर : बेटी ने दिया मां की आथी को कंधा ..
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