शारदा सिन्हा को अक्सर “बिहार की आवाज़” कहा जाता है। मैथिली, भोजपुरी और मगही में अपने खूबसूरत गीतों के लिए जानी जाने वाली शारदा सिन्हा ने लाखों लोगों का दिल जीता है। खासकर छठ जैसे त्योहारों और भारतीय शादियों के दौरान बिहार कोकिला शारदा सिन्हा की आवाज गूंजती है। संगीत के प्रति उनके समर्पण ने उन्हें पद्म और पद्म भूषण सहित कई पुरस्कार दिलाए हैं। आइए उनके जीवन, परिवार, करियर और उनके हालिया स्वास्थ्य अपडेट के बारे में जानें।
‘बस प्रार्थना करें कि वह इससे बाहर आ सकें’ शारदा सिन्हा के बेटे ने अपनी माँ के स्वास्थ्य संबंधी अपडेट साझा करने के लिए अपने आधिकारिक YouTube चैनल का सहारा लिया और सभी से उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करने का आग्रह किया। अंशुमान ने कहा कि ‘बिहार कोकिला’ ने देश और राज्य के लिए बहुत लंबे समय तक योगदान दिया है, यह बहुत महत्वपूर्ण है कि शारदा सिन्हा को “अधिक समय” मिला। अंशुमान सिन्हा ने कहा इस बार यह सच्ची खबर है। माँ वेंटिलेटर पर हैं। मैंने अभी सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं। प्रार्थना करते रहें। माँ ने बहुत बड़ी लड़ाई लड़ी है। यह मुश्किल है, बहुत मुश्किल है। इस बार यह बहुत मुश्किल है। बस प्रार्थना करें कि वह इससे बाहर आ सकें। यह असली अपडेट है। मैं अभी उनसे मिला हूँ। छठी माँ आशीर्वाद दें। अभी जब मैं डॉक्टरों से मिला, तो उन्होंने कहा कि मामला अचानक बिगड़ गया है। अभी हर कोई कोशिश कर रहा है।

बिहार की ‘कोकिला’ Sharda Sinha वेंटिलेटर पर लड़ रही हैं जिंदगी और मौत की जंग
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