भरतपुर: एकादश अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025 लक्ष्मण मंदिर परिसर में योगाभ्यास कर एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य का दिया संदेश

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भरतपुर। एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य थीम पर एकादश अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025 के उपलक्ष्य में भरतपुर जिला प्रशासन और आयुर्वेद विभाग संयुक्त रूप से योग काउंटडाउन एट हेरिटेज अभियान चला रहे हैं। जिला कलक्टर डॉ. अमित यादव के मार्गदर्शन में शुरू हुए इस अभियान का उद्देश्य लोगों को योग के प्रति जागरूक करना और उन्हें नियमित योगाभ्यास से जोड़कर स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करना है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस-2025 को लेकर जिले में तैयारियां ज़ोरों पर हैं। योग के प्रति जनमानस में जागरूकता बढ़ाने और अधिक से अधिक लोगों को इससे जोड़ने के उद्देश्य से जिलेभर में एक माह का काउंटडाउन योगाभ्यास कार्यक्रम शुरू किया गया है। आयुर्वेद उपनिदेशक योग प्रभारी डॉ. इंदु शर्मा ने बताया कि बुधवार को योगा टीम ने शहर के प्रमुख धार्मिक स्थल लक्ष्मण मंदिर परिसर में योग प्रोटोकॉल का योगाभ्यास कराया। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय एक आध्यात्मिक संस्था के सहयोग से बुधवार को योगाभ्यास कार्यक्रम में अतिरिक्त कलक्टर शहर राहुल सैनी, निदेशक घना मानस सिंह, कविता दीदी, प्रदीना दीदी, आरएसी कमांडेट एडवोकेट राकेश एवं डॉ. राजकुमार शर्मा सहित अन्य मौजूद रहे। जिसमें योग एवं प्राकृतिक महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने योग योगाभ्यास का लाभ लिया।

उन्होंने कहा कि योग केवल व्यायाम नहीं, जीवन का विज्ञान है, जीवनशैली को सकारात्मक रखने में अपनी दिनचर्या में योग को अवश्य शामिल रखें। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर मनाए जा रहे योग सप्ताह के तहत लक्ष्मण मंदिर परिसर में योग साधना की गई। मंदिर में योग को साधकर आत्मा, प्रकृति और संस्कृति को एक सूत्र में पिरोने का आव्हान भी किया। उन्होंने बताया कि सवेरे की शांति में ताड़ासन, भ्रामरी प्राणायाम, अनुलोम-विलोम, कपालभाति, त्रिकोणासन, वज्रासन, चक्रासन और सूर्य नमस्कार जैसे विभिन्न योगासनों का अभ्यास करके सकारात्मकता, चेतना और आध्यात्म को आत्मसात किया गया। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस न सिर्फ योग के महत्व को समझने का मौका है, अपनी स्वस्थ जीवनशैली की ओर एक नया कदम बढ़ाने का संकल्प लेने का अवसर भी है। योग केवल शरीर की कसरत नहीं है अपितु यह एक आध्यात्मिक और मानसिक अनुशासन है, जो संपूर्ण जीवनशैली को संतुलित बनाता है।

जैसे भोजन शरीर के लिए आवश्यक है, वैसे ही योग भी शरीर, मन और आत्मा की आवश्यकता है। यह न केवल बीमारियों से बचाता है, मन को भी एकाग्र करता है। योग काउंटडाउन शिविर में प्रतिदिन सुबह 6 बजे से योग चिकित्सकों के निर्देशन में योग प्रोटोकॉल का अभ्यास कराया जा रहा है, जिसका लाभ बड़ी संख्या में शहरवासी उठा रहे हैं। शिविर में योग प्रभारी डॉ. प्रियंक शर्मा सहित 280 से अधिक लोगों, योग साधकों ने उत्साहपूर्वक सामूहिक योगाभ्यास किया। शिविर में शहर के अतिरिक्त विभिन्न स्थलों पर भी योग प्रशिक्षकों की मदद से रोजाना प्रात:काल योगाभ्यास सत्र आयोजित किए जा रहे हैं, जिससे शहरवासियों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो रहा है। आयुर्वेद विभाग के अधिकारी और प्रशिक्षक इस महीनेभर चलने वाले काउंटडाउन कार्यक्रम के जरिए लोगों को योग की दिनचर्या से जोड़ने और आने वाले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर व्यापक भागीदारी सुनिश्चित करने के प्रयास में जुटे हैं।

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