मौसमी बीमारियों एवं लू-तापघात को लेकर व्यापक स्तर पर तैयारियां शुरू करें : डॉ. वांकाराम चौधरी

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बालोतरा। जिला कार्यक्रम अधिकारी विजय सिंह जसोल ने बताया कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने गर्मी के मौसम के दृष्टिगत लू-तापघात एवं मौसमी बीमारियों को लेकर व्यापक स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी हैं। सभी चिकित्सा संस्थानों में पुख्ता प्रबंध सुनिश्चित किए जा रहे हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. वांकाराम चौधरी ने सभी बीसीएमओ को लू-तापघात एवं मौसमी बीमारियों सहित अन्य विषयों पर विस्तार से समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
डॉ. वांकाराम चौधरी ने कहा कि गर्मी के मौसम को देखते हुए विभागीय अधिकारी मौसमी बीमारियों एवं लू-तापघात को लेकर सभी प्रकार की तैयारियां समय पर सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि सभी बीसीएमओ में कंट्रोल रूम स्थापित किए जाएं। जरूरी उपकरणों, ऑक्सीजन प्लांट, जांच मशीनों इत्यादि की क्रियाशीलता को जांच कर आवश्कतानुसार मेंटीनेंस करवाया जाए। उन्होंने प्रत्येक चिकित्सा संस्थान में जांच-उपचार के माकूल इंतजाम के साथ ही आवश्यक दवाओं की समुचित उपलब्धता पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि किसी भी जिले में दवाओं की आपूर्ति में कोई कमी नहीं रहे।
चिकित्सा संस्थानों में ओआरएस कॉर्नर स्थापित करें
सीएमएचओ ने सभी चिकित्सा संस्थानों में ओआरएस कॉर्नर स्थापित करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में छाया-पानी की समुचित व्यवस्था हो। अस्पतालों में वाटर कूलर, पंखें, कूलर, एसी आदि की आवश्यकतानुसार खरीद की जाए तथा खराब संसाधनों की आवश्यकता अनुसार मेंटीनेंस करवाई जाए। उन्होंने कहा कि विभाग की ओर से नियुक्त किए गए संविदा एएनएम का ओरियेंटेशन करते हुए आवश्यकता अनुसार उन्हें नियोजित किया जाए।
आवंटित बजट का हो शत—प्रतिशत उपयोग
जिला कार्यक्रम अधिकारी विजय सिंह जसोल ने सभी चिकित्सा संस्थानों में एनएचएम के तहत संपादित की जा रही गतिविधियों की विस्तार से समीक्षा की।
स्थानीय निकायों के साथ समन्वय स्थापित करें
उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रोहिताश ने कहा कि मौसमी बीमारियों पर नियंत्रण के लिए स्थानीय निकायों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए आवश्यकता अनुसार फॉगिंग, एंटी लार्वा, सोर्स रिडक्शन एवं अन्य रोकथाम गतिविधियां आयोजित की जाएं। साथ ही आमजन को जागरूक करने के लिए व्यापक स्तर प्रचार-प्रसार किया जाए। बैठक में टीबी मुक्त भारत कार्यक्रम तथा सिलिकोसिस कार्यक्रम की भी समीक्षा की गई।
इस अवसर पर सभी बीसीएमओ सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे।

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