ब्यावर : एसिड से भरा टैंकर पलटा, चालक की मौत, एएसआई झुलसे, गुजरात के मेहसाणा से पंजाब जा रहा टैंकर बेकाबू होकर पलटा

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ब्यावर। ब्यावर-पिंडवाड़ा नेशनल हाईवे पर सोमवार को एसिड से भरा टैंकर पलट गया। हादसे में ड्राइवर की मौत हो गई। एसिड सड़क पर फैल गया। लोग वीडियो बनाने लगे। उन्हें हटाने के लिए एएसआई मौके पर पहुंचे तो उनका चेहरा झुलस गया। एसिड से एएसआई के हाथ-पैर भी जल गए। वे करीब 30 प्रतिशत झुलस गए। हादसा ब्यावर के जालिया गांव स्थित जीरो नंबर पुलिया पर दोपहर करीब ढाई बजे हुआ। वहीं टैंकर में फंसे खलासी को रेस्क्यू कर बाहर निकाला। फायर ब्रिगेड की टीम ने मौके पर पहुंचकर टैंकर को सीधा किया और एसिड के रिसाव को कंट्रोल किया। ब्यावर-पिंडवाड़ा नेशनल हाईवे पर ट्रैफिक को ब्लॉक कर दिया है। बर (पाली) की तरफ से आने वाले वाहनों को ब्यावर के पुराने बाइपास से निकाला जा रहा है। साकेत नगर थाने के एएसआई सुखराम ने बताया- टैंकर गुजरात के मेहसाणा से पंजाब जा रहा था। जीरो नंबर पुलिया के पास टैंकर बेकाबू होकर पलट गया। टैंकर में सल्फ्यूरिक एसिड (तेजाब) भरा हुआ था। हादसे में बिच्छीवाड़ा (डूंगरपुर) निवासी ड्राइवर जिग्नेश लड़ात (22) पुत्र दिनेश की मौत हो गई। खलासी राजेश (19) पुत्र हरिशंकर घायल हो गया। दोनों चचेरे भाई हैं। राजेश केबिन में फंस गया था, जिसे रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया। जयपुर से जोधपुर जा रहे एएसआई लोगों को हटाने के दौरान एसिड से झुलस गए। अभी ब्यावर के सरकारी हॉस्पिटल में उनका इलाज चल रहा है। जयपुर से जोधपुर जा रहे एएसआई लोगों को हटाने के दौरान एसिड से झुलस गए। अभी ब्यावर के सरकारी हॉस्पिटल में उनका इलाज चल रहा है। टैंकर पलटने से उसमें भरा एसिड सडक़ पर फैल गया। इससे आसपास के क्षेत्र में दुर्गंध फैल गई। जयपुर से जोधपुर जा रहे राजस्थान पुलिस के एएसआई हेमंत पालावत ने मौके पर पहुंचकर भीड़ को हटाने का प्रयास किया। इस दौरान एसिड से उनका चेहरा झुलस गया। उन्हें ब्यावर के राजकीय अमृतकौर अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। हेमंत पालावत की ड्यूटी जयपुर में है। एएसआई हेमंत पालावत ने बताया कि लोग वहां फोटो-वीडियो बना रहे थे। लोगों को केमिकल के असर की चिंता नहीं थी। मैंने वहां से लोगों को दूर करने का प्रयास किया। इस दौरान मेरा मुंह, हाथ और पैर जल गए। वहीं जब एसिड के रिसाव को कंट्रोल किया जा रहा था तो वहां मौजूद लोगों के आंखों में जलन होने लगी। ग्रामीण रणजीत सिंह ने बताया- घटना की जानकारी मिलने के बाद मैं घटनास्थल पर पहुंचा। हाईवे पर तेजाब फैला हुआ था। मैं थोड़ा पास गया तो आंखें जलने लगी। मैं वहां से दूर हुआ। चेहरे पर रूमाल बांधा। फिर वापस टैंकर के पास गया। टैंकर के केबिन में एक व्यक्ति फंसा हुआ था। मेरी आंखों में तेज जलन होने कारण मैं फिर टैंकर से दूर हो गया। अमृतकौर हॉस्पिटल के डॉक्टर आलोक श्रीवास्तव ने बताया कि पुलिसकर्मी का पैर और चेहरा करीब 30 फीसदी झुलस गया। पुलिसकर्मी के हाथ भी जले हैं। वहीं, खलासी के पैर झुलसे हैं। अभी अमृतकौर अस्पताल में ही दोनों का इलाज किया जा रहा है। केमिकल बर्न होने के कारण विशेष ध्यान रखते हुए इलाज किया जा रहा है। ड्राइवर के शव को मॉर्च्युरी में रखवाया गया है।

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