आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषाहार पकाते समय रखें सावधानी, विभाग ने जारी किये निर्देश

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बालोतरा। जिले में संचालित सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर कार्यकर्ता के द्वारा पोषाहार पकाते समय गैस सिलेंडर के उपयोग के समय सावधानी बरतने के दिशा-निर्देश जारी किये गये है।
महिला एवं बाल विकास विभाग के उपनिदेशक नितीन गहलोत ने बताया कि विभाग द्वारा जिले में संचालित सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर कार्यकर्ता के द्वारा पोषाहार पकाते समय गैस सिलेंडर के उपयोग के समय सावधानी बरतने के दिशा-निर्देश जारी किये गये है। उन्होंने समस्त कार्यकर्ताओं से विभाग द्वारा निर्देशों की पालना सुनिश्चित करते हुए पौष्टिक एवं शुद्ध पोषाहार उपलब्ध करवाने के निर्देश दिये।
गैस सिलेंडर के उपयोग के सम्बन्ध में ध्यान रखने योग्य बातें –
महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक ने बताया कि पूरक पोषाहार सेवा योजनान्तर्गत भोजन तैयार करने के लिये सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर गैस उपयोग में ली जा रही है। गैस एजेंसियों द्वारा समय-समय पर गैस उपयोग के समय सावधानी बरतने के सम्बन्ध में आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रों आईएसआई मार्क गैस पाइप का उपयोग करें, जिसकी अधिकतम लंबाई 1.5 मीटर होनी चाहिए। उन्होने कहा कि पाइप निरीक्षण के लिए सहजता से उपलब्ध हो, साथ ही आग से दूर हो। गैस चुल्हे में नॉजल की पूर्ण लंबाई को ढंकते हुए अंदर की ओर लगाये। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि ये बर्नर से गर्म न हो या मुड़ा हुआ न हो। इसे केवल गीले कपडे से साफ करें, पाईप को नॉजल पर चढ़ाने के लिए साबुन के पानी का प्रयोग न करें। इसकी नियमित रूप से जांच करें, कोई दरार, गड्डे, लचीलापन न हो। पाईप को किसी अन्य वस्तु से न ढकें।
भोजन बनाते वक्त यदि गैस की गंध आए तो इनका रखें ध्यान-
उन्होने कहा कि गैस की गंध आने पर बिजली का स्विच, माचिस, लाईटर आदि न जलाएं एवं सभी खिड़की व दरवाजे खुले रखें। यह सुनिश्चित करें कि गैस चुल्हे के नॉब बंद किए गए हैं। एलपीजी रिसाव का पता लगाने के लिए माचिस की तीली न जलाएं। रेगुलेटर को बंद स्थिति में रखें। यदि गंध फिर भी न गई हो तो, तुरंत अपने गैस डिस्ट्रीब्यूटर को बुलाएं। आपात स्थिति के समय अपने करीबी आपात सेवा कक्ष को फोन करें। एक अनुभवी व्यक्ति द्वारा रेगुलेटर को सिलेंडर से निकलवाएं, वाल्व पर सुरक्षा कैप लगाएं।
खाली सिलेंडर निकालते समय करें इनकी पालना
उन्होने बताया कि रसोई और आसपास की सभी जलती हुई चीजें जैसे अगरबत्ती, मोमबत्ती को बंद करें। चूल्हे के सभी टैब बंद करें। रेगुलेटर के स्विच नॉब को चालू स्थिति से बंद स्थिति में करें। सुरक्षा कैप को निकालने के लिए नीचे दबाएं, एक हाथ से कोर्ड को खींचें और खींचे रखें व दूसरे हाथ से कैप को सिलेंडर के वाल्व से निकाल लें।
ऐसे आंगनबाडी केन्द्र जो एक ही छोटे कमरे में संचालित है, जिसमें गैस सिलिंडर व चूल्हा रखने के लिए समुचित व पर्याप्त स्थान नहीं है, खिड़कियां व रोशनदान नहीं है, अर्थात् पर्याप्त वेंटिलेशन नहीं है, उन केंद्रों के लाभार्थियों के लिए पोषाहार कार्यकर्ता/सहायिका द्वारा घर से पका कर लाया जा सकता है। अन्य सभी केन्द्रों पर पूरक पोषाहार केन्द्र पर ही पकाना है। आंगनबाड़ी केंद्र का दायित्व 3 से 6 वर्ष के बच्चों को नाश्ता व गरम भोजन प्रतिदिवस उपलब्ध कराना है। कोई भी लाभार्थी इससे वंचित नहीं रहना चाहिए, यह सुनिश्चित करें।

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