-रंग रेगिस्तान की थीम पर शोभायात्रा के साथ दो दिवसीय थार महोत्सव की शुरूआत
-जिला कलक्टर टीना डाबी ने हरी झंडी दिखाकर शोभायात्रा को किया रवाना
-विभिन्न आकर्षक प्रतियोगिताओं में लोगों ने बढ़ चढ़कर लिया भाग
बाड़मेर। जिला प्रशासन और पर्यटन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में बाड़मेर जिला मुख्यालय पर राजस्थानी कला, संस्कृति, लोक गायकी और पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित किए जा रहे दो दिवसीय थार महोत्सव का आगाज जिला कलक्टर टीना डाबी ने सुबह 8 बजे गांधी चौक पर शोभायात्रा को हरी झंडी दिखाकर किया। यह भव्य शोभायात्रा मुख्य बाजार, स्टेशन रोड़, नेहरू नगर होते हुए करीब डेढ़ किलोमीटर का सफर तय करते हुए सुबह 9.30 पर आदर्श स्टेडियम पहुचीं। इस यात्रा में बड़ी संख्या में महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में सिर पर कलश लिए गांधी चौक से रवाना हुईं। शाही लवाजमे के साथ निकली शोभायात्रा में विभिन्न क्षेत्रों से आए दलों ने प्रस्तुतियां दी। ऊंट, घोड़े, ऊंट गाड़ी पर सवार लोक कलाकारों ने गीतों की प्रस्तुतियां दी। शोभायात्रा का जगह-जगह पुष्प वर्षा से स्वागत किया गया। इस बार महोत्सव में कार्यक्रमों की थीम रंग रेगिस्तान पर रखी गई है।
विभिन्न प्रतियोगताएं रहीं आकर्षण का केन्द्र- शोभायात्रा के आदर्श स्टेडियम पहुंचने पर थार महोत्सव का रंगारंग कार्यक्रम प्रारंभ हुआ। यहां गेर नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी गई। यहां जिला कलक्टर टीना डाबी, जिला परिषद् के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवि कुमार, बाड़मेर उपखंड अधिकारी यशार्थ शेखर, आईएएस छाया सिंह, अतिरिक्त जिला कलक्टर राजेन्द्रसिंह चांदावत ने हाइड्रोजन बैलून छोड़कर कार्यक्रम की विधिवत शुरूआत की। इस दौरान विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इन प्रतियोगिताओं में शहरवासियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और उनका उत्साह देखते ही बन रहा था। इस दौरान समाजसेवी दीपक कड़वासरा, रमेशसिंह इंदा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जसाराम बोस समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी, कार्मिक, गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
नक्षत्री बनीं थार सुन्दरी और धमेन्द्र डाबी बने थार श्री- इस दौरान थार श्री एवं थार सुन्दरी प्रतियोगिता में बड़ी संख्या में प्रतिभागियों ने भाग लिया। इनमें से निर्णायक मंडल ने मुंबई के सोफिया कॉलेज में पढ़ने वाली नक्षत्री को थार सुन्दरी चुना। वहीं बाड़मेर में मैकेनिक का काम करने वाले धर्मेंन्द्र डाबी ने परंपरागत पोषाक, आभूषण, व्यक्तित्व के आधार पर थार श्री का खिताब जीता। घुड़सवारी प्रतियोगिता में बाड़मेर शहर निवासी रूपसिंह रूपसिंह अपने घोड़े श्याम को लेकर पहुंचे। इस दौरान दादा-पोता दौड़ में 67 साल के मूलाराम और 14 साल के पोते महिपाल ने रेस जीती। इसी तरह दंपति दौड़ में सरकारी अध्यापक सवाईराम अपनी पत्नी का हाथ पकड़कर दौड़े और रेस जीती। वहीं महिलाओं ने सिर पर मटका लेकर दौड़ लगाई। इस मटका दौड़ में बिशाला की रतनी विजेता रही। इस दौरान साफा बांधने की प्रतियोगिता आयोजित की गई।
प्रशासन और मीडिया टीम के बीच रस्साकस्सी का रोचक मुकाबला- इस दौरान प्रशासन और मीडिया के बीच रस्साकस्सी का रोचक मुकाबला हुआ, जिसमें जिला प्रशासन की टीम विजेता रही और मीडिया टीम उप विजेता रही। इन टीमों को जिला परिषद् के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवि कुमार और बाड़मेर उपखंड अधिकारी यशार्थ शेखर ने ट्रॉफी प्रदान की।
विभिन्न प्रतियोगिताओं में यह रहे विजेता- थार महोत्सव के प्रथम दिन आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में ढोल वादन में सैफ अली खान विजेता, पनिहारी मटका दौड़ रतनी, परमेश्वरी, सुशीला, मेहंदी प्रतियोगिता में प्रियंका, लक्ष्मी, गंगा, रंगोली में सुनील, मनु, संतोष विजेता रहे। बास्केटबाल प्रतियोगिता शहीद उगमसिंह क्लब एवं मल्लीनाथ क्लब के मध्य हुआ। इसमें 41-55 से मल्लीनाथ क्लब से मुकाबला जीता। दादा पोता दौड़ में विजेता मूलाराम-महिपाल, रस्सा कस्सी महिला में ग्रामीण महिला विजेता,सुंदर मूंछ प्रतियोगिता में खेताराम, साफा बांधो प्रतियोगिता में दीपसिंह भाटी, सुंदर साफा में अशोक शेरा, दंपति दौड़ में सवाईराम एवं लता विजयी रहे।
किराडू में गुरूवार को सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जाएगी- पर्यटन विभाग के सहायक निदेशक कमलेश्वर सिंह ने बताया कि थार महोत्सव के दूसरे दिन गुरूवार को पंच गौरव स्थल किराडू में प्रातः 9 से 9.30 बजे तक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जाएगी। इसके उपरांत प्रातः 9.30 से दोपहर 1 बजे तक ग्रामीण कबड्डी, सतोलिया, दंपत्ति दौड़, दादा पोता दौड़, रुमाल झपट्टा, मेहन्दी, रंगोली प्रतियोगिता आयोजित होगी। इसी दिन रात्रि में महाबार के धोरे पर रात्रि 7 से 10 बजे तक लोक कलाकारों की ओर से सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जाएगी। उन्होंने बताया कि थार महोत्सव के दौरान राजस्थान के ख्याति प्राप्त लोक कलाकारों की ओर से सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जाएगी।

बाड़मेर : थार महोत्सव का रंगारंग आगाज
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