बांग्लादेश की पूर्वोत्तर क्षेत्र पर खास नजर बनी रहती है। बांग्लादेशी यहां घुसपैठ की ताक में रहते हैं और वहां शासन कर रही कट्टरपंथी सरकार इस कोशिश में रहती है कि कैसे इस क्षेत्र के साथ कोई नया विवाद खड़ा किया जाये। लेकिन प्रयास चाहे घुसपैठ का हो या विवाद खड़ा करने का, बांग्लादेश को हमेशा मुँह की खानी पड़ती है। इसके अलावा, बांग्लादेश की कार्यवाहक सरकार में चूंकि इतनी हिम्मत नहीं है कि वह सीधे कोई बड़ा बखेड़ा खड़ा कर सके इसलिए अब वह अप्रत्यक्ष रूप से कोशिशें करती हैं। इसी कड़ी में बांग्लादेशी कट्टरपंथियों ने एक नक्शा डिजाइन कर उसको शेयर किया है जिसमें असम के कुछ हिस्सों को बांग्लादेश में दिखाया गया है। इस मुद्दे पर जब असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा की प्रतिक्रिया मांगी गयी तो वह देखने लायक थी। हम आपको बता दें कि मोहम्मद यूनुस और उनकी सरकार को विभिन्न मुद्दों पर आड़े हाथ लेते रहे मुख्यमंत्री सरमा ने अपने लोकप्रिय स्टाइल में बांग्लादेश को उसकी औकात दिखा दी है।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने बांग्लादेश के कुछ व्यक्तियों द्वारा प्रकाशित उस कथित मानचित्र को खारिज किया है जिसमें दावा किया गया है कि इस पूर्वोत्तर राज्य के कई हिस्से पड़ोसी देश (बांग्लादेश) के भूभाग हैं। उन्होंने जोर देकर कहा है कि बांग्लादेश एक ‘‘छोटा’’ देश है और ‘‘इतना ध्यान’’ दिए जाने का वह हकदार नहीं है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश ताकत के लिहाज से भारत की बराबरी नहीं कर सकता। सरमा ने गोलाघाट जिले के डेरगांव में संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘लोग ऐसा नक्शा बना सकते हैं और प्रकाशित कर सकते हैं। हम भी बांग्लादेश को असम का हिस्सा दिखाने वाला नक्शा बना सकते हैं। यहां तक कि भारत और अमेरिका को भी एक नक्शे पर एक साथ रखा जा सकता है। सिर्फ नक्शा बनाने से यह असलियत नहीं बन जाएगा।’’

बांग्लादेश ने नये नक्शे में असम के भूभाग को अपना बताया, CM Himanta ने दिया जवाब, ‘नक्शा बदलने से असलियत नहीं बदलेगी’
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