महाराष्ट्र के बाद चुनावी राज्य बिहार में भी औरंगजेब विवाद की एंट्री हो चुकी है। सपा विधायक अबू आजमी के बाद बिहार में जेडीयू के एमएलसी खालिद अनवर ने भी औरंगजेब के समर्थन में बयान दिया है जिसके बाद सियासत तेज हो गई है। जेडीयू एमएलसी खालिद अनवर ने कहा कि औरंगजेब को लेकर लोगों की अलग-अलग राय है। इतिहासकारों का कहना है कि औरंगजेब एक अच्छा शासक था और वह उतना क्रूर नहीं था जितना उसे दिखाया जाता है; एक लॉबी है जो उन्हें क्रूर दिखाने की कोशिश कर रही है। सीएम नीतीश कुमार की पार्टी के नेता ने कहा कि यह एक अकादमिक चर्चा है और इस पर संसद या राजनीतिक रैली में चर्चा नहीं की जा सकती। इसलिए, अकादमिक चर्चा को अकादमिक ही रहने दिया जाना चाहिए।
मुझे समझ नहीं आता कि एक राजनीतिक दल औरंगजेब के खिलाफ इस तरह की गलत सूचना से क्या हासिल करना चाहता है। AIMIM बिहार अध्यक्ष और विधायक अख्तरुल ईमान ने कहा कि नफरत की राजनीति से राजनीतिक लाभ उठाने के अलावा बीजेपी के पास कोई दूसरा काम नहीं है। औरंगजेब एक महान सम्राट थे। उन्होंने टोपियाँ सिलकर आजीविका अर्जित की। उन्होंने करदाताओं का पैसा अपने ऊपर इस्तेमाल नहीं किया। उन्हें यहीं दफनाया गया था। वह अंग्रेजों की तरह लूटकर नहीं गये बल्कि उन्होंने इस देश की सेवा की। उन्होंने अफगानिस्तान से लेकर बर्मा (म्यांमार) तक फैले भारत को एकीकृत किया और इसे ‘अखंड भारत’ बनाया।