दौसा। राजेश पायलट की 25वीं पुण्यतिथि के अवसर पर राजस्थान के दौसा जिले में बुधवार को एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें कांग्रेस के दो बड़े चेहरे अशोक गहलोत और सचिन पायलट साथ नजर आए। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि मैं और पायलट कब अलग थे? हम तो हमेशा से साथ हैं और दोनों में खूब मोहब्बत भी है। ये तो मीडिया चलता रहता है अनबन की खबरें।
कांग्रेस के अंदर एकजुटता और तालमेल का संदेश
गहलोत का यह बयान ऐसे समय में आया है जब राजस्थान की राजनीति में लंबे समय से दोनों नेताओं के बीच मतभेद की चर्चाएं ख़बरों में रही हैं। लेकिन इस कार्यक्रम में उनकी मौजूदगी और बयानों ने साफ कर दिया कि दोनों नेताओं के रिश्ते अब एक नई सकारात्मक दिशा में हैं। कार्यक्रम में कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता भी मौजूद रहे। यह आयोजन न सिर्फ राजेश पायलट को श्रद्धांजलि देने का अवसर बना, बल्कि कांग्रेस के अंदर तालमेल और एकजुटता का संदेश भी देता नजर आया।
‘भाजपा का मुकाबला करने के लिए एकजुट होना होगा’
इस मौके पर सचिन पायलट ने NDTV राजस्थान से एक्सक्लूसिव बातचीत करते हुए कहा, ‘अगर हमारे बीच मतभेद थे तो हम साथ बैठकर तय करते थे कि आगे कैसे बढ़ना है। 2023 में हमने चुनावों में काफी अच्छा प्रदर्शन किया। मगर, कांग्रेस के लिए ये चुनौतीपूर्ण समय है। हमें भाजपा से मुकाबला करने के लिए एकजुट होना होगा। आगे बढ़ने के लिए हमें साथ मिलकर काम करना होगा। व्यक्तियों का काम करने का तरीका अलग होता है। जो हुआ सो हुआ। रात गई बात गई।’
ये बड़े नेता भी हुए कार्यक्रम में शामिल
पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के नेतृत्व में आयोजित यह श्रद्धांजलि सभा राजनीतिक समीकरणों के लिहाज से भी अहम मानी जा रही है। कार्यक्रम में इतनी भीड़ है जब पायलट वहां पहुंचे तो उन्हें कार्यकर्ताओं ने घेर लिया और अंदर पहुंचने में उन्हें काफी समय लग गया। कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, विधायक मनोज मेघवाल, विनोद गोठवाल, पूसाराम गोदारा, रूबी किन्नर, मंगीलाल मीणा, जाकिर गेसावत, अमित चाचान, रोहित बोहरा, संजय जाटव, घनश्याम मेहर, शिखा बराला के अलावा विधायक पद के प्रत्याशी उदयलाल अंजाना, पूर्व मंत्री गोविंद मेघवाल, पुष्पेंद्र भारद्वाज, राजेंद्र मूंड, पूर्व विधायक चेतन डूडी, अभिषेक चौधरी, पूर्व विधायक सोनादेवी बावरी शामिल रहे हैं। इसके अलावा वर्तमान सांसद कुलदीप इंदोरा, सांसद पद के प्रत्याशी प्रह्लाद गुंजल भी आए हैं।



