जयपुर। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ के इस बयान को लोकतंत्र विरोधी बताया है “विरोधी मानसिकता का व्यक्ति जीता तो वह क्षेत्र में विकास के काम नहीं करा पायेगा।”
जूली ने कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का बयान दर्शाता है कि भाजपा विकास के मुद्दे पर किस कदर पूर्वाग्रही मानसिकता और सत्ता का अहंकार रखती है। अहंकार और पक्षपात भाजपा की रगों में है।
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि भाजपा मुख्यालय में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ का यह कथन कि विरोधी मानसिकता का व्यक्ति जीता तो वह क्षेत्र में विकास कार्य बताने में संकोच करेगा। राठौड़ का यह कथन लोकतंत्र की मूल भावना के विपरीत है और भाजपा की संकुचित मानसिकता का परिचायक है।
जूली ने कहा कि विधानसभा उप चुनाव की सातों सीटों पर भाजपा की हार तय है। इससे विचलित होकर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लोकतंत्र विरोधी बयान दे रहे हैं। जूली ने कहा कि सत्ताधारी दल के मुखिया का यह बयान इस बात का भी घोतक है कि राज्य की सरकारी भाजपा सरकार प्रतिपक्षी विधायकों के निर्वाचन क्षेत्र में विकास कार्य नहीं कराना चाहती है। लेकिन राज्य में प्रतिपक्ष कांग्रेस और जनता इतनी जागरूक है कि वह सड़क और सदन में संघर्ष कर विकास कार्य कराने का दम रखती है।
जूली ने कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ भूल गये हैं कि सदन में प्रत्येक विधायक के अधिकार समान होते हैं। सभी क्षेत्रों का विकास कराना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है। प्रदेश में जब भी कांग्रेस राज रहा। विकास कार्य को लेकर कभी भेदभाव नहीं किया गया। क्योंकि विकास, जनकल्याण और समानता की अवधारणा कांग्रेस की पहचान है। जबकि सत्ता का अहंकार और पक्षपात भाजपा की रगों में है।
जिसका आगामी 13 नवंबर को सातों विधानसभा क्षेत्रों में जनता करारा जवाब देगी।]

अहंकार और पक्षपात भाजपा की रगों में समाए हैं : नेता प्रतिपक्ष जूली
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