अमरनाथ यात्रा का नाम सुनते ही हमारे मन में बर्फ के बीच स्थित भगवान शिव की पवित्र गुफा उभर आती है। वहीं इस यात्रा में हर साल लाखों की संख्या में भक्त शामिल होते हैं। कहा जाता है कि जो भी श्रद्धालु सच्चे मन से इस यात्रा पर जाते हैं, उनकी हर मुराद पूरी होती है और जीवन में सुख-शांति और समृद्धि का वास होता है। अमरनाथ यात्रा की यह गुफा जम्मू-कश्मीर के हिमालय में करीब 12,756 फीट की ऊंचाई पर मौजूद हैं। बता दें कि हर साल सावन के महीने भगवान शिव के स्वयंभू हिमलिंग के दर्शन होते हैं। भक्त कई किलोमीटर की कठिन पैदल यात्रा करके इस पवित्र गुफा तक पहुंचते हैं। वहीं बर्फ से बने शिवलिंग के दर्शन से व्यक्ति अपने जीवन को धन्य मानते हैं। बताया जाता है कि भगवान शिव ने मां पार्वती को अमरत्व का रहस्य बताया था। तब यही गुफा भगवान शिव और मां पार्वती की संवाद की साक्षी बनी थी। इसलिए इस स्थान को अमरनाथ कहा जाता है। भगवान शिव में आस्था रखने वाले लोग जीवन में एक बार इस यात्रा को जरूर करना चाहते हैं, जिससे उनके पाप मिट जाएं और मोक्ष मिल सके।
भगवान शिव और मां पार्वती के संवाद की साक्षी है अमरनाथ गुफा, जानिए इसका महत्व
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