– पूर्व आरटीडीसी अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ ने डिप्टी सीएम दिया कुमारी व प्रभारी सचिव गायत्री राठौड़ से बात कर जल्द प्रभावित परिवारों को विशेष पैकेज दिए जाने की मांग की
अजमेर। अजमेर दौरे पर आए पूर्व आरटीडीसी अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ ने बोराज तालाब की पाल टूटने से हुए जल प्रलय के पीड़ितों से मुलाकात की और उनकी पीड़ा सुनी। इसके बाद राठौड़ ने डिप्टी सीएम व अजमेर प्रभारी मंत्री दिया कुमारी तथा प्रभारी सचिव ( आईएएस) गायत्री राठौड़ से बातचीत कर पीड़ितों को पूरे नुकसान का मुआवजा देने के लिए जल्द विशेष पैकेज जारी करने की मांग की है। पूर्व आरटीडीसी अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ ने बताया कि अजमेर आने के बाद स्वास्तिक नगर के अतिवृष्टि पीड़ितों से मिला। इस दौरान समाजसेवी महिला लवीशा रामानी, जलप्रलय से पीड़िता महिला नीतू, परमजीत कौर व पूजा आदि पीड़ितों से बातचीत की। इसके अलावा भाजपा छोड़ कर कांग्रेस में शामिल हुए प्रकाश आलवानी के घर जाकर उनके परिजनों और मोहल्ले के प्रभावित लोगों से बात की और उनका दर्द सुना। सरकार की उदासीनता से आहत प्रभावित लोगों ने बताया कि जल प्रलय से लाखों का नुकसान हो गया। लेकिन सरकारी स्तर पर उनको किसी प्रकार की सहायता अब तक नहीं दी गई। आर्थिक सहायता के तौर पर पीड़ित परिवारों को फूटी कौड़ी तक नहीं मिली, जबकि जिला प्रशासन व सरकार के मंत्रियों ने दौरा करके जल्द राहत व सहायता देने का आश्वासन दिया, उनके आश्वाशन सिर्फ आश्वासन ही बने है। गत दिनों विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने भामाशाह के सहयोग से सहायता के लिए नगद राशि व चेक दिए, उनके भी रुपए नहीं मिले। जो नगद राशि व चेक वितरण किए गए, उसमें भी भेदभाव किया गया, कम नुकसान वालों को ज्यादा मुआवजा और ज्यादा नुकसान वालों को कम राशि का भुगतान किया गया। राठौड़ ने कहा कि पीड़ित महिलाओं और लोगों की पीड़ा सुनने के बाद डिप्टी सीएम व अजमेर प्रभारी मंत्री दिया कुमारी व प्रभारी सचिव ( आईएएस) गायत्री राठौड़ से फोन पर बात की और जल प्रलय से पीड़ितों को जल्द विशेष पैकेज जारी करने की मांग की, ताकि लोगों को आपदा से राहत मिल सके। साथ ही। डिप्टी सीएम दिया कुमारी व प्रभारी सचिव गायत्री राठौड़ से कहा कि जब स्वास्तिक नगर में तालाब टूटने से जल प्रलय हुआ, तब उत्तर विधानसभा कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं की टीम ने घर घर जाकर आपदा प्रभावित परिवारों का दौरा किया और नुकसान का सर्वे किया था, ऐसे में पीड़ितों को कांग्रेस पार्टी के सर्वे के अनुसार मुआवजा दिया जाए। यदि कांग्रेस पार्टी के सर्वे में किसी प्रकार की कोई कमी लगे तो इस सर्वे को सरकारी सर्वे से मिलान कर मुआवजा तय किया जाए। राठौड़ ने सरकारी सर्वे पर सवाल उठाते हुए कहा कि जो सरकारी सर्वे हुआ, उस सर्वे में खाना पूर्ति की गई है, इस सर्वे में जल प्रलय के पीड़ितों को जितना नुकसान हुआ है, उसका पूरी तरह से आंकलन नहीं किया गया। कई पीड़ित परिवारों का सर्वे की सूची में नाम तक नहीं है। ऐसे में सभी पीड़ितों को सही सर्वे के माध्यम से उनके हुए नुकसान का उचित मुआवजा दिलाया जाए। राठौड़ ने कहा कि स्वास्तिक नगर के लोग अभी जल प्रलय की पीड़ा झेल रहे है। मेरे स्वयं के स्तर पर राशन सामग्री, शिक्षण सामग्री व बिस्तर वितरण का कार्य अभी तक जारी है।

अजमेर : स्वास्तिक नगर के लोग बोले, सरकार ने अब तक नहीं की आर्थिक सहायता, प्रभावित परिवारों ने पूर्व आरटीडीसी अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ को सुनाई पीड़ा
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