गाजियाबाद। भारतीय वायुसेना ने बुधवार को अपने 93वें वायुसेना दिवस पर गाजियाबाद के हिंडन एयर बेस पर एक विशाल परेड आयोजित करके अपनी ताकत, शौर्य एवं पराक्रम का प्रदर्शन किया। परेड में राफेल, सुखोई और मिग-29 जैसे लड़ाकू विमानों के साथ-साथ भारत के स्वदेशी नेत्रा, सी-17 ग्लोबमास्टर, स्वदेशी आकाश सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली, सी-130जे हरक्यूलिस, लॉन्गबो रडार से सुसज्जित अपाचे अटैक हेलीकाप्टर, एडवांस लाइट हेलीकाप्टर ने अपनी ताकत का प्रदर्शन किया। इससे पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ (सीडीएस) अनिल चौहान ने भारतीय वायु सेना, थल सेना और नौसेना के प्रमुखों के साथ राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस साल भारतीय वायुसेना की 92वीं वर्षगांठ की थीम “भारतीय वायुसेना: सक्षम, सशक्त और आत्मनिर्भर है और यह दिवस ऑपरेशन सिंदूर के वीर योद्धाओं को समर्पित है। इस अवसर पर 97 वीरता पुरस्कार भी प्रदान किए गए। भारतीय वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने वायु योद्धाओं को संबोधित करते हुए इस बात पर जोर दिया कि ऑपरेशन सिंदूर इस बात का एक शानदार उदाहरण है कि सावधानीपूर्वक योजना, अनुशासित प्रशिक्षण और दृढ़ निश्चय के साथ क्या हासिल किया जा सकता है। उन्होंने हिंडन एयर बेस पर परेड का निरीक्षण किया और वायुवीरों को सम्मानित किया। परेड के दौरान वायुसेना के विमानों ने हैरतअंगेज करतब दिखाए। लड़ाकू विमानों और हेलीकॉप्टरों ने आसमान में अपनी कला का प्रदर्शन किया। विमानों से तिरंगा भी लहराया गया, जो देश के प्रति वायुसेना के समर्पण को दर्शाता है।

वायु सेना दिवस: हिंडन एयरबेस पर दिखी भारतीय वायुसेना की ताकत, परेड में शामिल हुए राफेल, सुखोई और मिग-29
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