पाकिस्तान आतंकवाद का निर्यात करने के लिए जाना जाता है और भारत इसका शिकार रहा है। पाकिस्तान चीन को गधों का निर्यात भी करता था। पाकिस्तान के निर्यात की असामान्य सूची में शामिल हो रहे हैं भिखारी समस्या इतनी विकराल हो गई है कि सऊदी अरब और इराक जैसे देशों ने अब पाकिस्तानी सरकार से भिखारियों के प्रवाह को रोकने का अनुरोध किया है। सऊदी अधिकारियों ने धार्मिक तीर्थयात्रा की आड़ में राज्य में प्रवेश करने वाले भिखारियों की बढ़ती दर के बारे में इस्लामाबाद के समक्ष अपनी चिंता व्यक्त की है। पाकिस्तान से कहा कि यदि स्थिति को नियंत्रित नहीं किया गया, तो इसका देश के उमराह और हज यात्रियों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। इसके जवाब में पाकिस्तान का धार्मिक मामलों का मंत्रालय एक उमरा अधिनियम पेश कर रहा है, जो इन धार्मिक यात्राओं की सुविधा प्रदान करने वाली ट्रैवल एजेंसियों को विनियमित करेगा और उन्हें कानूनी दायरे में लाएगा। दिलचस्प बात यह है कि यह पहली बार नहीं है जब सऊदी अरब ने इस मामले पर चिंता जताई है। पिछले साल भी सऊदी अरब ने हज यात्रा के दौरान सऊदी अरब में घुसने वाले भिखारियों की बढ़ती संख्या के बारे में इस्लामाबाद को चेतावनी दी थी।

आतंकवाद और गधों के बाद अब भिखारियों के एक्सपोर्ट में लगा पाकिस्तान, सऊदी अरब हुआ परेशान
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