संभल के जिला मजिस्ट्रेट राजेंद्र पेंसिया ने कहा कि 19 नवंबर को शाही जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान हुई हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे, जिसके बाद शांति और व्यवस्था बनाए रखने के लिए संभल जिला प्रशासन ने शनिवार को 10 दिसंबर तक बाहरी लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया। राजेंद्र पेंसिया ने एक बयान में कहा कि कोई भी बाहरी व्यक्ति, कोई भी सामाजिक संगठन या कोई भी जन प्रतिनिधि 10 दिसंबर तक सक्षम प्राधिकारी की अनुमति के बिना जिले की सीमा में प्रवेश नहीं कर सकता है।
इसको लेकर अखिलेश यादव ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने एक्स पर लिखा कि प्रतिबंध लगाना भाजपा सरकार के शासन, प्रशासन और सरकारी प्रबंधन की नाकामी है। ऐसा प्रतिबंध अगर सरकार उन पर पहले ही लगा देती, जिन्होंने दंगा-फ़साद करवाने का सपना देखा और उन्मादी नारे लगवाए तो संभल में सौहार्द-शांति का वातावरण नहीं बिगड़ता। सपा नेता ने आगे लिखा कि भाजपा जैसे पूरी की पूरी कैबिनेट एक साथ बदल देते हैं, वैसे ही संभल में ऊपर से लेकर नीचे तक का पूरा प्रशासनिक मंडल निलंबित करके उन पर साज़िशन लापरवाही का आरोप लगाते हुए, सच्ची कार्रवाइ करके बर्ख़ास्त भी करना चाहिए और किसी की जान लेने का मुक़दमा भी चलना चाहिए।