बून्दी। राज्य में चल रही राजस्थान जल क्षेत्र आजीविका सुधार परियोजना आरडब्लयूएसएलआईपी-जेआईसीए अंतर्गत दो दिवसीय भ्रमण कार्यक्रम बून्दी व बारां जिलों में आयोजित किया जा रहा है।
उपनिदेशक उद्यान राधेश्याम मीणा ने बताया कि इस भ्रमण कार्यक्रम में जापान के अधिकारी तथा देश के और राज्यों के 28 अधिकारियों द्वारा हिस्सा लिया गया।
उन्होने बताया कि इस योजनान्तर्गत जिले के नीम का खेड़ा ग्राम में एफआईजी का गठन किया गया था। कृषकों को मार्केट सर्वें, उन्नत उद्यानिकी गतिविधियों का प्रशिक्षण दिया गया जिससे उन्हें आमदनी बढ़ाने के नये अवसर मिले जो इस योजना का मूल है। नीम का खेड़ा ग्राम के कृषकों द्वारा कृषि फसलों से उद्यानिकी फसलों का उत्पादन कर आय में बढ़ोतरी की गई है।
उन्होने बताया कि 20 नवम्बर को बारां जिले के आमलवाड़ा ग्राम में भ्रमण आयोजित किया जाएगा। कोटा संभाग में पिछले वर्ष इस योजनान्तर्गत 1612 सौर ऊर्जा संयंत्र, 189 प्याज भंडारण ईकाई, 102 खेत तलाई तथा 3327 वर्मी कम्पोस्ट ईकाईयां स्थापित की गई है। साथ ही 8641 हैक्टेयर क्षेत्रफल में ड्रीप व मिनी स्प्रिंकलर स्थापित किए गए है। पानी की बचत को सुनिश्चित करने के लिए 1232.65 किमी सिंचाई पाइप लाइन कृषकों के खेतों पर स्थापित की गई है।
राजस्थान जल क्षेत्र आजीविका सुधार परियोजना अंतर्गत बून्दी व बारां में होगा दो दिवसीय भ्रमण कार्यक्रम आयोजित
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