झालावाड़। शिक्षा विभाग के तत्वावधान में शनिवार को लोकमत देवी अहिल्या बाई होलकर की 300वीं जयन्ती पर अतिरिक्त जिला कलक्टर सत्यनारायण आमेटा के मुख्य आतिथ्य में मिनी सचिवालय के सभागार में कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ में देवी अहिल्या बाई के चित्र पर दीप प्रज्जवलन व माल्यार्पण किया गया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए अतिरिक्त जिला कलक्टर सत्यनारायण आमेटा ने कहा कि देवी अहिल्या बाई होलकर मराठा साम्राज्य की प्रसिद्ध शासक रही थी। जिन्होंने किसान की बेटी होकर एक सफल शासक तथा एक सैन्य नेता के रूप में प्रसिद्धी हासिल की।
इस दौरान अखिल भारतीय साहित्य परिषद् झालावाड़ के अध्यक्ष सुरेश चन्द्र निगम, उपाध्यक्ष राजेन्द्र शान्तेय, महिला सदस्य रेखा सक्सेना, महिला उपाध्यक्ष ममतारानी शर्मा, वरिष्ठ साहित्यकार राकेश नैय्यर, डॉ. हेमन्त शर्मा, राजेन्द्र कुमार सोनी सहित अन्य साहित्यकारों ने देवी अहिल्या बाई की जीवनी पर संगोष्ठी और काव्य रचनाएं प्रस्तुत की।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए डॉ. अलीम बेग ने बताया कि देवी अहिल्या बाई का जन्म 31 मई, 1725 को चौड़ी हैदराबाद में हुआ। बाद में उस जिले का नाम अहिल्या नगर रखा गया। उनकी मृत्यु 13 अगस्त 1795 को इन्दौर में हुई। उन्होंने अपने शासनकाल में कई मन्दिरों, घाटों, कुओं व बावड़ियों का निर्माण करवाया। अंत में जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक हेमराज पारेता ने सभी का आभार व्यक्त किया।
इस दौरान एडीपीसी समसा सीताराम मीणा, सीबीईओ बकानी दुर्गालाल मीणा, प्राचार्य बालचंद्र शास्त्री, सीताराम गौड़, यतीन्द्र कुमार शर्मा, पवन पाटीदार, संजय पारिक, शारीरिक शिक्षक सरफराज अख्तर कुरैशी, रविन्द्र कुमार पहाड़िया शिक्षा विद और कार्मिक उपस्थित रहे।

देवी अहिल्या बाई होलकर की 300वीं जयन्ती पर कार्यक्रम हुआ आयोजित
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