दौसा – हिट वेट के चलते गर्मी अपने पूरे परवान पर है। ऐसे में शादी समारोह में बनने वाले पकवान भी अब ज्यादा देर तक रुक नहीं पाते हैं। इसी को लेकर बीते दिन अक्षत तृतीया पर बड़ी संख्या में शादी समारोह हुये। ऐसे ही एक शादी में डीजे बजाने गए लोग ने वहाँ बची हुई रबड़ी साथ में ले आये। जिससे रात को फ्रिज में रख दिया और सुबह बच्चों को और महिलाओं को खिला दी। बची हुई रबड़ी खाने से सभी के पेट दर्द के साथ उल्टी दस्त हो गए। जिस पर उन सभी को शनिवार को आज सैंथल अस्पताल में भर्ती कराया गया। गंभीर अवस्था के चलते सभी को दौसा जिला अस्पताल में भर्ती कराया रेफर कर दिया गया। जहां पर चिकित्सकों की टीम के द्वारा उनका इलाज कराया गया। इमरजेंसी में ड्यूटी ऑफिसर डॉक्टर विनोद मीणा ने बताया कि सैंथल में फूड पॉइजनिंग के करीब एक दर्जन लोग आए थे। जिसमें 9 बच्चे भी शामिल है वही बच्चों को शिशु इकाई में भर्ती कर दिया गया है जहां पर उनका उपचार जारी है। तो वहीं महिलाओं को मेडिकल वार्ड में शिफ्ट कर दिया जहां पर उनका उपचार जारी है। लेकिन हद तो तब हो गई इस तरह के हालातो के चलते बच्चों को नीचे ही फर्श पर लिटा कर उनका उपचार किया जा रहा है। ऐसे में चिकित्सा व्यवस्था की भी पोल खुल कर रह गई। फूड पॉइजनिंग के शिकार मरीजों के परिजनों का कहना है कि जिला अस्पताल में सुविधाओं के नाम पर कुछ भी नहीं है। बल्कि यहां पर नीचे लेट कर इलाज किया जा रहा है। बेड तक भी नहीं है। जो एक चिंता का विषय है। साथ ही व्यवस्थाओं को लेकर परिजन भी काफी असंतुष्ट नजर आए।

डीजे बजाने गये सौगात में लाये बासी रबड़ी से एक दर्जन हुये फ़ूड पॉइजनिंग के शिकार, जिला अस्पताल की गर्म फर्श पर लिटा कर बच्चो का किया ईलाज
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